आसनसोल/रांची. कुल्टी थाना क्षेत्र के सांकतोड़िया बाजार इलाके के निवासी व कोयला के बड़े व्यवसायी सुशील अग्रवाल के घर से 64 लाख नकद और सोने की जेवरात लूट मामले में मास्टरमाइंड सहित दो को शनिवार रात 8:15 बजे रांची से गिरफ्तार किया गया. आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट की टीम इसके लिए शुक्रवार से ही रांची में कैंप कर रही थी. दोनों की गिरफ्तारी रांची में कोकर चौक के समीप से बेहद नाटकीय ढंग से हुई है. इस दौरान संवादहीनता के कारण बंगाल पुलिस टीम और रांची पुलिस के बीच टकराव होते-होते रहा गया.
गिरफ्तार मास्टरमाइंड का नाम दीपक कुमार कर (30 वर्ष) है. वह धनबाद के चिरकुंडा थाना क्षेत्र के करपसरा निवासी रवि कर का पुत्र है. वह वर्ष 2016 में रांची के बरियातू थाना क्षेत्र में हुए लूटकांड मामले में पकड़ा गया था. इसके अलावा वह कुछ अन्य मामलों में भी आरोपी रहा है. दीपक के साथ उसका परिचित मिंटू चंद्र पोद्दार भी पकड़ा गया है, जो रांची के नामकुम थाना अंतर्गत जोरार का निवासी है.
बंगाल पुलिस के अनुसार, तीन शातिर अपराधियों ने कुल्टी के बड़े कोयला कारोबारी सुशील अग्रवाल के घर 13 नवंबर 2022 की रात 12:00 बजे से 01:00 बजे के बीच वारदात को अंजाम दिया था. इस दौरान कारोबारी के पुत्र शौभिक अग्रवाल के ऊपर अपराधी ने गोली भी चला दी थी. गोली उनके पेट को छूते हुए निकल गयी थी और वे बाल-बाल बच गये थे. जबकि, अपराधी नकदी के अलावा काफी कीमती गहने लेकर भाग निकले.
दीपक अपने साथ मिंटू को लेकर कोकर चौक के समीप स्थित ट्रू वैल्यू से सेकेंड हैंड ब्रेजा गाड़ी लेने गया था. यह गाड़ी उसने मिंटू की पत्नी सरिता देवी के नाम पर ली थी. गाड़ी लेने के बाद वह जैसे ही ट्रू वैल्यू से बाहर निकला, गेट पर पहले से सिविल ड्रेस में खड़ी पश्चिम बंगाल की कुल्टी और क्राइम ब्रांच पुलिस ने गाड़ी के अगली सीट पर बैठे दोनों आरोपियों को पिस्टल के बल पर कब्जे में ले लिया. इसके बाद दोनों को गाड़ी में बिठाकर तेजी से कांटाटोली की ओर भागे. इसी दौरान किसी व्यक्ति ने डायल 100 पर फोन कर कंट्रोल रूम को सूचना दी कि ट्रू वैल्यू के पास एक कार (जेएच 01-सीजे-3388) समेत दो लोगों का अपहरण कर लिया गया है. कंट्रोल रूम ने तत्काल इसकी सूचना सदर थाना पुलिस को दी. सदर थाना प्रभारी श्याम किशोर महतो अपने एक मात्र अंगरक्षक और एक अन्य पुलिसकर्मी को लेकर घटनास्थल पर गये. ट्रैक करने पर पता चला कि कार कांटाटोली चौराहे से गुजरने वाली है. कार नामकुम की ओर तेजी से बढ़ रही थी. पीछे से सदर थान की टीम भी तेजी से पीछा करने लगी. साथ ही नामकुम पुलिस को भी सूचित कर दिया. नामकुम पुलिस ने थाना के पास बैरिकेडिंग कर दी थी. कार सीधे जाने के बजाय तेजी से नामकुम थाना में घुस गयी. उस गाड़ी को नामकुम पुलिस ने तत्काल घेर लिया. तब तक सदर पुलिस भी वहां पहुंच गयी थी. अगर रास्ते में कार को सदर पुलिस ओवरटेक कर पकड़ती, तो संभव था कि पुलिसकर्मियों के बीच ही संवादहीनता के कारण फायरिंग हो जाती, लेकिन गनीमत रही कि ऐसा नहीं हुआ. बंगाल पुलिस नामकुम पुलिस की सहयोग से मिंटू के जोरार स्थित घर जाकर सर्च कर रही है. पुलिस ने कार को भी जब्त कर लिया है.