कोलकाता. मुर्शिदाबाद जिले की सागरदिघी विधानसभा सीट पर सोमवार को उपचुनाव होगा. इस चुनाव के लिए सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम किये गये हैं. उपचुनाव में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस, मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस-वाम गठबंधन के बीच त्रिकोणीय मुकाबला माना जा रहा है. पिछले साल 29 दिसंबर में तृणमूल विधायक एवं राज्य के मंत्री सुब्रत साहा के निधन के कारण सागरदिघी विधानसभा सीट पर उपचुनाव कराया जा रहा है.
ऐसे में इस उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने स्थानीय नेता देवाशीष बनर्जी को मैदान में उतारा है. भाजपा के उम्मीदवार दिलीप साहा हैं, जबकि वाम समर्थित कांग्रेस उम्मीदवार बायरन विश्वास भी चुनाव मैदान में हैं. यह निर्वाचन क्षेत्र अपने बीड़ी उद्योग के लिए प्रसिद्ध है और यहां प्रवासी श्रमिकों की भी अच्छी खासी संख्या है. इस सीट पर 60 प्रतिशत से अधिक अल्पसंख्यकों की आबादी है, लगभग 18.5 प्रतिशत अनुसूचित जाति और 6.5 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति की आबादी भी है. इस सीट पर लगभग 2.3 लाख मतदाता हैं. ज्ञात हो कि तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी और अन्य शीर्ष नेताओं तथा मंत्रियों ने उपचुनाव के लिए प्रचार किया था.
उधर, भाजपा के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष और भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने भी चुनाव प्रचार किया था. नेता प्रतिपक्ष श्री अधिकारी का कहना है कि, ‘‘यदि चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष होते हैं, तो भाजपा रिकॉर्ड अंतर से जीतेगी. सागरदिघी विधानसभा सीट का उपचुनाव भविष्य में तृणमूल के पतन का कारण बनेगा.’’ उधर, कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष अधीर चौधरी भी उम्मीद जताई कि पार्टी इस सीट पर जीत दर्ज करेगी. उन्होंने कहा, ‘‘अल्पसंख्यकों ने यह महसूस किया है कि टीएमसी और भाजपा एक ही सिक्के के दोनों पहलू हैं. छात्र नेता अनीश खान की मौत और भ्रष्टाचार के मामलों का इस उपचुनाव पर असर पड़ेगा.’’
चुनाव आयोग ने स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव के लिए सारगदिघी विधानसभा क्षेत्र में केंद्रीय बलों की 30 कंपनियों को तैनात किया है. हर पोलिंग बूथ के भीतर केंद्रीय बल के जवान तैनात रहेंगे. वहीं बूथ के बाहर राज्य पुलिस को तैनात किया जायेगा. ज्ञात हो कि, चुनाव आयोग ने शुक्रवार को ही विधानसभा के ओसी का तबादला कर दिया था. चुनाव के दौरान पुलिस पर्यवेक्षक और विशेष पर्यवेक्षक की तैनाती की गयी है. सुरक्षा को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है.