कलकत्ता हाइकोर्ट के आदेश पर मार्क्स के साथ एसएससी ने जारी की मेरिट लिस्ट, फिर लगा धांधली का आरोप
West Bengal News, Kolkata News, Upper Primary Teachers Recruitment: कलकत्ता हाइकोर्ट के आदेश पर मार्क्स के साथ एसएससी ने जारी की मेरिट लिस्ट, फिर लगा धांधली का आरोप
कोलकाताः कलकत्ता हाइकोर्ट के आदेश का पालन करते हुए स्कूल सर्विस कमीशन (एसएससी) ने गुरुवार को एसएससी अभ्यर्थियों (अपर प्राइमरी) की अंकों के साथ इंटरव्यू लिस्ट जारी की. इस लिस्ट में भी अंकों को लेकर धांधली का आरोप एसएससी अभ्यर्थियों ने लगाया है. उनका कहना है कि जो अंक वास्तव में आवेदकों को वर्ष 2016 के टेट में मिले हैं, उससे ज्यादा अंक इस सूची में दिखाये गये हैं.
इस संबंध में अपर प्राइमरी स्कूलों में एसएससी की परीक्षा दे चुके सफल अभ्यर्थी गौरव दत्ता, सत्यजीत सरकार, प्रकाश घोष, सोमा राय और संचिता शर्मा का आरोप है कि कोर्ट के दबाव में आकर एसएससी ने अंकों के साथ वेबसाइट पर इंटरव्यू लिस्ट तो जारी कर दी, लेकिन कई अभ्यर्थियों के टेट के अंक बढ़ाकर दिखाये गये हैं. वेबसाइट पर अंक मिलाकर देखे जा रहे हैं.
इन अभ्यर्थियों का यह भी आरोप है कि जो आवेदक योग्य हैं, या जिनके नाम मेरिट लिस्ट में थे, उन्हें इस इंटरव्यू लिस्ट में नहीं रखा गया है. इसके पीछे वेबसाइट पर यह दिखाया गया है कि इन आवेदकों के डॉक्यूमेंट्स में गड़बड़ी है या इनके डॉक्यूमेंट्स अपलोड करने में तकनीकी समस्या आ रही है.
जिन अभ्यर्थियों का इस लिस्ट में नाम नहीं आया है, उनका कहना है कि एसएससी के गैजेट में यह प्रावधान है कि डॉक्यूमेंट्स अपलोड नहीं होने पर अभ्यर्थी को मेल करके सूचित किया जाये या दोबारा डॉक्यूमेंट्स जमा करने के लिए कहा जाये. लेकिन ऐसा नहीं करके एसएससी तथ्य छिपाने की कोशिश कर रहा है. एसएससी के इस भ्रष्टाटार के खिलाफ शुक्रवार को वे फिर से कोर्ट का दरवाजा खटखटायेंगे.
कुछ खास अभ्यर्थियों को कमीशन ने भेजे एसएमएस
गौरतलब है कि एसएससी अभ्यर्थियों द्वारा इस भ्रष्टाचार के खिलाफ कोर्ट में मामला दायर करने के बाद ही कोर्ट ने एसएससी को अंकों के साथ इंटरव्यू लिस्ट वेबसाइट पर जारी करने का आदेश दिया था. नियुक्ति के मामले में पैसा लेकर खास आवेदकों का चयन किये जाने का आरोप लगाने वाले इन अभ्यर्थियों का कहना है कि इससे पहले स्कूल सर्विस कमीशन ने कुछ आवेदकों को एसएमएस भेजकर गुप्त तरीके से सूचित किया था, जबकि यह सूचना पारदर्शी तरीके से वेबसाइट पर जारी करनी थी.
इनका यह भी आरोप है कि कमीशन ने जान-बूझकर योग्य आवेदकों को सूची से बाहर रखा है, ताकि ज्यादा से ज्यादा रिश्वत देने वालों को नौकरी दी जा सके. लेकिन, एसएससी की इन कारगुजारियों पर वे चुप नहीं बैठेंगे. वे फिर कोर्ट जायेंगे और कमीशन की करतूत का काला चिट्ठा न्यायपालिका के सामने रखेंगे.
Posted By: Mithilesh Jha