अब नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (कोलकाता एयरपोर्ट) पर घरेलू यात्रा के दौरान बिजनेस क्लास और व्हीलचेयर वाले यात्रियों के लिए अलग सिक्योरिटी चैनल की व्यवस्था की गयी है. पिछले कुछ हफ्तों में फुटफॉल की संख्या में हुई वृद्धि के साथ ही सुरक्षा की दृष्टि से भी यह सुविधा काफी कारगर साबित हो रहा है. प्रीमियम यात्रियों के लिए अलग काउंटर (सुरक्षा चैनल) एक ऐसी सुविधा है, जो वैश्विक स्तर पर अधिकांश बड़े हवाई अड्डों पर उपलब्ध है. दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरू जैसे प्रमुख भारतीय हवाई अड्डों पर भी उपलब्ध है.
कोलकाता एयरपोर्ट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कोविड के प्रकोप के कारण 2020 में यात्रियों की संख्या में महत्वपूर्ण गिरावट के कारण अलग चैनल की शुरुआत को स्थगित कर दिया गया था, लेकिन इसे अब शुरू कर दिया गया क्योंकि कोरोना काल के बाद यात्रियों की संख्या को वृद्धि को देखते हुए बिजनेस क्लास के यात्रियों की ट्रेवल भी गति पकड़ रही थी और अब इसका उपयोग कई यात्रियों द्वारा किया जा रहा है.
कोलकाता में यहां केवल एयर इंडिया और विस्तारा के पास ही घरेलू यात्रा के लिए बिजनेस क्लास की सीटें हैं, जिनके प्रीमियम यात्री कोलकाता हवाई अड्डे पर गेट 3सी के सामनेविशेष सुरक्षा चैनल का उपयोग कर सकते हैं. प्रीमियम यात्रियों के साथ-साथ व्हीलचेयर वाले यात्री और एयरलाइन क्रू सुरक्षा मंजूरी पर इस चैनल का उपयोग करते हैं. घरेलू उड़ानों के लिए, प्रथम श्रेणी के यात्री आमतौर पर व्यापारिक यात्री होते हैं. उनके लिए समय अक्सर बेहद महत्वपूर्ण होता है और वे आमतौर पर केबिन बैग के साथ ही उड़ान का सफर करते हैं. वे सामान्य यात्रियों की तुलना में भले ही हवाई अड्डे पर अपेक्षाकृत देर से पहुंचे, लेकिन समय से पहले वेब चेक-इन करते हैं.
एक एयरलाइन के अधिकारी ने कहा कि एयरलाइंस यह सुनिश्चित करना चाहती है कि अक्सर फ्लाइट से सफर करनेवाले उनके सबसे महत्वपूर्ण ग्राहक खुश हों. बिजनेस क्लास वाली एयरलाइंस के जरिये सफर करने वाले प्रीमियम यात्रियों की ऐसी सुविधाओं के साथ एयरपोर्ट के जरिये उड़ान भरने की इच्छा को भी बढ़ाता है. जिससे एयरलाइंस और एयरपोर्ट दोनों के लिए व्यवसायिक दृष्टिकोण से अच्छाप्रभाव पड़ता है. एक बिजनेस क्लास का टिकट एक यात्री को नियमित इकोनॉमी क्लास की टिकट की तुलना में उच्च स्तर की यात्रा का अधिकार देता है और वह टिकट इकोनॉमी टिकट की तुलना में समान रूप से अधिक महंगा होता है. मूल रूप से, बिजनेस क्लास को इकोनॉमी और फर्स्ट क्लास के बीच एक ट्रैवल क्लास के रूप में डिजाइन किया गया था, लेकिन हाल ही में, इसे प्रथम श्रेणी में बदल दिया गया है, जो अक्सर कई एयरलाइनों पर यात्रा की उच्चतम श्रेणी होती है.
इधर, एयरपोर्ट से सफर करनेवाले एक यात्री तन्मय चक्रवर्ती ने ट्वीट किया है कि एएआइ कोलकाता एयरपोर्ट को अलग सुरक्षा व्यवस्था बनाने के लिए धन्यवाद. फस्ट, बिजनेस और प्रीमियम इकोनॉमी यात्रियों के लिए एक अलग सुरक्षा चैनल बनाने के लिए एएआइ कोलकाता हवाई अड् को बधाई. पहला डे हवाईअड्डा, जहां यह वर्गीकरण देखा. यदि ये यात्री उड़ान के लिए अधिक भुगतान करते हैं, तो सेवाएं भी उसके मुताबिक अलग होनी चाहिए. इसी तरह से एक अन्य यात्री ने बताया कि ऐसी व्यवस्थाओं सेबिजनेस क्लास की सीटों का डिमांड भी बढ़ता है.