West Bengal SSC Scam: पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी के बाद अब TMC विधायक पर शिकंजा, ED ने किया तलब
West Bengal SSC Scam: शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने तृणमूल कांग्रेस के विधायक माणिक भट्टाचार्य को तलब किया है. उन्हें कल ईडी के कोलकाता स्थित कार्यालय में पेश होना है.
West Bengal SSC Scam: शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में पश्चिम बंगाल के मंत्री और राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी की गिरफ्तारी के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) के विधायक माणिक भट्टाचार्य को तलब किया है. माणिक भट्टाचार्य को कल यानि बुधवार को ईडी के कोलकाता स्थित कार्यालय में पेश होना है.
शिक्षा विभाग के विभिन्न अधिकारियों पर ED की नजर
प्रवर्तन निदेशालय ने इससे पहले पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षक पर्षद के पूर्व अध्यक्ष माणिक भट्टाचार्य के घर पर छापा भी मारा था. वहीं, अब ईडी ने एसएससी शिक्षक भर्ती घोटाले में तृणमूल कांग्रेस विधायक माणिक भट्टाचार्य को तलब किया है. जांच अधिकारियों ने माणिक भट्टाचार्य को कल 12 बजे ईडी कार्यालय में हाजिर होने का निर्देश दिया है. बताया जा रहा है कि शिक्षक भर्ती घोटाले में उद्योग मंत्री शिक्षा मंत्री और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी की गिरफ्तारी के बाद अब प्रवर्तन अधिकारियों की नजर शिक्षा विभाग के विभिन्न अधिकारियों पर है. इसी कड़ी में तृणमूल कांग्रेस के विधायक को इस मामले में पूछताछ के लिए तलब किया गया है.
TMC MLA Manik Bhattacharya has been summoned by ED after the arrest of the West Bengal Minister and former Education Minister of the state, Partha Chatterjee & his close aide Arpita Mukherjee. He has been to join the ED Kolkata office tomorrow.
— ANI (@ANI) July 26, 2022
पार्थ चटर्जी को चिकित्सकीय जांच के बाद कोलकाता लाया गया
पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी को भुवनेश्वर स्थित एम्स में चिकित्सकीय जांच के बाद ओडिशा से मंगलवार को सुबह कोलकाता लाया गया. पार्थ चटर्जी को शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार किया गया है. अधिकारियों ने बताया कि पार्थ चटर्जी को प्रवर्तन निदेशालय के सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित कार्यालय लाया गया. इस दौरान चटर्जी व्हीलचेयर पर नजर आए. यहां उनसे पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले के सिलसिले में पूछताछ की जाएगी. सरकारी स्कूलों और सहायता प्राप्त स्कूलों में शिक्षक भर्ती घोटाले के वक्त चटर्जी के पास शिक्षा विभाग का प्रभार था. बाद में उनसे यह विभाग ले लिया गया. प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें मामले में शनिवार को गिरफ्तार किया था.