वंदे भारत एक्सप्रेस पर शुक्रवार को फिर से पत्थरबाजी की गयी है. बताया जाता है कि शुक्रवार शाम को ट्रेन के सी-6 बोगी के बर्थ 70,71 और 72 के शीशे चटके हुए मिले. उक्त बोगी में बैठे यात्रियों का आरोप है कि जब ट्रेन दालखोला और तेलता स्टेशनों के मध्य थी, तभी ट्रेन में जोरदार आवाज हुई. ऐसा लगा कि किसी ने ट्रेन पर पत्थर फेंका है. लोगों ने देखा की सी-6 बोगी में एक शीशा चटक गया है. ट्रेन के यात्रियों ने इसकी जानकारी सवार आरपीएफ अधिकारियों के साथ अन्य रेलवे स्टॉफ की दी.
कटिहार मंडल के दालखोला व तेलता स्टेशनों के बीच हुई घटना
उधर, रेल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उक्त ट्रेन जब उत्तर पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के कटिहार मंडल में थी, तभी उक्त घटना हुई है. ट्रेन तब बिहार के किशनगंज से गुजर रही थी. हावड़ा स्टेशन पहुंचने पर आरपीएफ अधिकारियों ने ट्रेन की उक्त बोगी का जायजा लेने के बाद तस्वीर भी खीची. हालांकि उस दौरान पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सव्यसाची दे ने ऐसी खबर से अनभिज्ञता जतायी और कहा कि उन्हें अभी तक इसका पता नहीं है.
उद्घाटन के एक हफ्ते के भीतर दो बार हुआ था हमला
वैसे उद्घाटन के बाद से लेकर अब तक के 20 दिनों में वंदे भारत एक्सप्रेस पर कई बार पत्थारबाजी की घटनाएं हुई हैं, पर गौरतलब है कि उद्घाटन के एक हफ्ते के भीतर वंदे भारत एक्सप्रेस को लक्ष्य करदो बार पत्थर फेके गये थे. पहली बार 2 जनवरी (सोमवार) शाम को एनजेपी जा रही ट्रेन पर पथराव किया गया था. रात 10.30 बजे जब ट्रेन हावड़ा स्टेशन के प्लेटफॉर्म 10 पर पहुंची, तो कोच सी-3 और सी-6 के दरवाजे व खिड़कियां क्षतिग्रस्त मिले. बताया जा रहा है कि हावड़ा से एनजेपी जाते वक्त रास्ते में ट्रेन पर पथराव किया गया था. इसके बाद तीन जनवरी को एनजेपी से हावड़ा आ रही 22302 वंदे भारत एक्सप्रेस पर मालदा के कुमारगंज रेलवे स्टेशन के पास पथराव किया गया था. पूर्वोतर सीमांत रेलवे की ओर से स्थानीय थाने में प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई थी.