कोलकाता पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने मध्य प्रदेश के खंडवा से हावड़ा में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) का मॉड्यूल बनाने की कोशिश कर रहे संदिग्ध आतंकी अब्दुल रकीब कुरैशी को नौ जनवरी को गिरफ्तार किया था. उसे ट्रांजिट रिमांड पर बुधवार को कोलकाता लाया गया. यहां उसे बैंकशाल कोर्ट में पेश करने पर 23 जनवरी तक एसटीएफ की हिरासत में रखे जाने का निर्देश दिया गया.
अब्दुल आइएस के दो संदिग्ध आतंकियों मोहम्मद सद्दाम और सईद अहमद का साथी बताया जा रहा है, जिनकी पहले ही गिरफ्तारी हो चुकी है. फिलहाल दोनों एसटीएफ की हिरासत में ही हैं. सद्दाम से पूछताछ में अब्दुल का पता चला था. अब्दुल पर आरोप है कि वह युवाओं को बरगला कर आतंकी संगठन से जोड़ने की कोशिश कर रहा था. इसके लिए वह सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहा था. सद्दाम के जरिये ही अब्दुल हावड़ा और निकटवर्ती इलाकों में आइएस मॉड्यूल बनाने के लिए नये युवाओं को संगठन से जोड़ने का काम कर रहा था.
सभी आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 120 बी (आपराधिक साजिश), 121 (देश विरोधी गतिविधि व देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने की साजिश रचने) के तहत मामला दर्ज किया गया है. अब्दुल के ठिकाने से बरामद मोबाइल फोन, एक पेन ड्राइव व अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की जांच कर रही है. उसके मोबाइल फोन की काॅल लिस्ट भी खंगा्ली जा रही है, ताकि यह पता चल सके कि अब्दुल के संपर्क में और कौन-कौन युवा थे. अब्दुल प्रतिबंधित संगठन स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) का सक्रिय नेता भी रह चुका है.
जांच में यह भी पता चला है कि सद्दाम नोएडा में भी कुछ महीनों तक एक निजी संस्थान में काम किया था. वहां पर वह आतंकी गतिविधि को अंजाम देने की रूपरेखा भी तैयार कर रहा था. इतना ही नहीं, वह हथियार व विस्फोटक भी संग्रह करने की कोशिश में था. हालांकि, उसके पहले ही एसटीएफ द्वारा वह दबोच लिया गया.
कोलकाता पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) द्वारा हाल ही में गिरफ्तार किये गये तीन संदिग्ध आतंकियों की गिरफ्तारी के मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) भी जल्द शुरू कर सकती है. एसटीएफ ने महानगर से एसटीएफ ने मोहम्मद सद्दाम और सईद अहमद नामक दो संदिग्ध आतंकियों को भी दबोचा था. इस घटना को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) भी नजर रखे हुए हैं. एनआइए के अधिकारियों ने इस मामले को लेकर सद्दाम से मिले तथ्यों की भी जानकारी ली है. इस मामले से जुड़े तथ्यों की एक रिपोर्ट एनआइए ने नयी दिल्ली स्थित अपने मुख्यालय भी भेजा है. सूत्रों के अनुसार, एनआइए मामले की जांच जल्द शुरू कर सकती है.