Loading election data...

SSC Scam : तृणमूल विधायक माणिक भट्टाचार्य को सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं,फिलहाल रहेंगे ईडी हिरासत में

पश्चिम बंगाल में शिक्षकों की नियुक्ती घोटाला मामले में ईडी ने तृणमूल कांग्रेस विधायक माणिक भट्टाचार्य को गिरफ्तार कर लिया है, जो फिलहाल केंद्रीय जांच एजेंसी की हिरासत में है.सुप्रीम कोर्ट से उन्हें संरक्षण मिला था और अदालत के निर्देशानुसार सीबीआई उन्हें इस मामले फिलहाल गिरफ्तार नहीं कर सकती है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 12, 2022 6:25 PM

पश्चिम बंगाल में शिक्षकों की नियुक्ती घोटाला मामले में ईडी (ED) ने तृणमूल कांग्रेस विधायक माणिक भट्टाचार्य (Manik Bhattacharya) को गिरफ्तार कर लिया है, जो फिलहाल केंद्रीय जांच एजेंसी की हिरासत में है. इस मामले की जांच सीबीआई (CBI) कर रही है और उनकी ओर से भट्टाचार्य को पहले ही तलब किया गया था, हालांकि, वह सीबीआई के समक्ष पेश नहीं हुए थे और मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी. सुप्रीम कोर्ट से उन्हें संरक्षण मिला था और अदालत के निर्देशानुसार सीबीआई उन्हें इस मामले फिलहाल गिरफ्तार नहीं कर सकती है.

Also Read: बीरभूम के दुबराजपुर में तृणमूल के दो गुटों में संघर्ष, मारपीट-बमबाजी, भारी संख्या में पुलिस बल तैनात
मामले की अगली सुनवाई अगले सोमवार को होगी

शिक्षक नियुक्ति घोटाला मामला में अगली सुनवाई अगले सोमवार भी होगी. यानी अगली सुनवाई तक विधायक व डब्ल्यूबीबीपीइ के पूर्व अध्यक्ष भट्टाचार्य को फिलहाल ईडी की हिरासत में ही रहना होगा.गौरतलब है कि गत सोमवार को अपराह्न इडी ने माणिक भट्टाचार्य को पूछताछ के लिए सॉल्टलेक के सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित अपने कार्यालय में तलब किया था, जहां उनसे देर रात तक घोटाले से संबंधित अलग-अलग सवाल किये गये. इस मामले में इडी ने जांच में मिले तथ्यों के बारे जानकारी हासिल करने की कोशिश की, लेकिन माणिक के जांच में सहयोग नहीं करने तथा बयानों में विसंगतियां मिलने पर आखिरकार उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.

Also Read: West Bengal : बर्दवान जिला पुलिस ने जब्त किया अवैध पटाखों का जखीरा, तीन गिरफ्तार
क्या है मामला

गौरतलब है कि वर्ष 2014 में प्राथमिक शिक्षक नियुक्ति के लिए पात्रता परीक्षा (टेट) हुई थी. परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों की मेरिट लिस्ट जारी होने के बाद उसे रद्द कर दिया गया. फिर दूसरी मेरिट लिस्ट जारी गयी. इसके बाद ही आरोप लगने लगे कि दूसरी मेरिट लिस्ट में उन लोगों को शामिल किया गया है, जिन्होंने रिश्वत देकर नौकरी प्राप्त की. इस मामले में इडी द्वारा अदालत में दी गयी चार्जशीट में भी माणिक को घोटाले में मुख्य आरोपियों में से एक बताया गया है. आरोप है कि इस परीक्षा के बाद 273 लोगों की अवैध तरीके से नियुक्तियां हुई, जिनकी उत्तर पुस्तिका में अवैध तरीके नंबर बढ़ा दिये गये थे.जिसके बाद सीबीआई जांच शुरु हुआ .

Also Read: सुकन्या मंडल की कंपनी को सीबीआई का नोटिस, सोमवार तक आय-व्यय का मांगा ब्योरा अनुब्रत के भतीजे को किया तलब

रिपोर्ट : अमित शर्मा

Next Article

Exit mobile version