कोलकाता : पश्चिम बंगाल में पहले दिन यानी शनिवार (16 जनवरी) को 75 प्रतिशत लोगों ने ही कोरोना का टीका लगवाया. 4 लोगों ने टीका लगवाने के बाद बेचैनी की शिकायत की. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने यह जानकारी दी. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल को दिये गये कोरोना के टीकों की ‘अपर्याप्त संख्या’ को लेकर असंतोष जताया.
ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी सरकार ‘दृढ़ता के साथ यह महसूस करती है’ कि राज्य के सभी लोगों को मुफ्त में टीका लगाया जाना चाहिए. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उनकी सरकार जरूरत पड़ने पर राज्य में मुफ्त में टीके की खुराक देने के वास्ते वित्तीय बोझ उठाने के लिए तैयार है.
राज्य सरकार के एक अधिकारी के अनुसार, बंगाल को पहले चरण में 10 लाख से अधिक टीके मिलने थे, लेकिन अब तक 6.89 लाख खुराकें ही मिली है. पहले दिन राज्यभर में 207 केंद्रों पर लगभग 21,000 लाभार्थियों का टीकाकरण किया जाना था, लेकिन प्रक्रिया समाप्त होने के बाद लगभग शाम छह बजे तक 16,500 लोगों ने ही टीका लगवाया.
अधिकारियों ने बताया कि 25 प्रतिशत लाभार्थी नामित केंद्रों में नहीं आये, क्योंकि वे टीके की प्रभाव के बारे में निश्चित नहीं थे. उन्होंने बताया कि विभिन्न टीकाकरण केंद्रों पर केवल 4 व्यक्तियों ने टीका लगवाने के बाद मामूली बेचैनी की शिकायत की.
एक अधिकारी ने बताया कि कोलकाता के सरकारी एसएसकेएम अस्पताल में ग्रुप डी के कर्मचारी राजा चौधरी को कोविशील्ड की पहली खुराक दी गयी. उन्होंने बताया कि शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम की मौजूदगी में सुबह साढ़े 10 बजे टीकाकरण अभियान शुरू हुआ था.
Posted By : Mithilesh Jha