West Bengal Weather Alert: पश्चिम बंगाल में 8 अगस्त (सोमवार) से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है. आज सुबह से दक्षिण बंगाल खासकर कोलकाता के आसमान पर काले बादल छाए हुए हैं और छिटपुट बारिश हो रही है.
अलीपुर मौसम विभाग ने महानगर सहित राज्य के विभिन्न जिलों में अगले कुछ दिनों में भारी बारिश की संभावना जतायी है और मछुआरों के समुद्र में जाने पर रोक लगा दी गयी है. जानकारी के अनुसार, महानगर सहित दक्षिण बंगाल के विभिन्न जिलों में 8 से 11 अगस्त के बीच भारी से अति भारी बारिश होने की संभावना है.
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रविवार (7 अगस्त) के आसपास उत्तर-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने और इसके तेज होने की आशंका है. इससे 8 से 11 अगस्त के दौरान 50 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवाओं के साथ भारी बारिश की संभावना है.
मौसम विभाग की ओर से जारी अलर्ट में कहा गया है कि पश्चिम बंगाल के मछुआरों को 11 अगस्त तक समुद्र में न जाने की सलाह दी गयी है. जो लोग गहरे समुद्र में पहले से जा चुके हैं, उन्हें 7 अगस्त की रात तक वापस लौटने के लिए कहा गया है.
दक्षिण 24 परगना के काकद्वीप से हिल्सा की तलाश में निकले हजारों ट्रॉलरों को निम्न दबाव की आशंका और खराब मौसम के कारण वापस लौटना पड़ रहा है. यदि मछुआरों की बात मानें, तो हिलसा के सीजन के दौरान इस तरह बार-बार प्राकृतिक आपदा आने से उनकी समस्या बढ़ रही है. मछुआरों का कहना है कि यदि मौसम ऐसा ही रहा तो हिलसा के इस पूरे सीजन में मछुआरों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ेगा.
सुंदरवन क्षेत्र के लोगों का एक बड़ा हिस्सा अपनी आजीविका के लिए मछली पकड़ने पर निर्भर है. काकद्वीप, नामखाना, फ्रेजरगंज, सागरद्वीप, पाथरप्रतिमा, रायदिघी समेत सुंदरवन क्षेत्र के मछुआरे परेशान हैं, क्योंकि मौसम फिर से प्रतिकूल है. एक बार फिर निम्न दाब व तूफान की आशंका से मत्स्य विभाग ने 8 से 11 अगस्त तक मछुआरों के समुद्र में जाने पर रोक लगा दी है.
सुंदरवन क्षेत्र के विभिन्न मछुआरा संगठनों को इस संबंध में दिशा-निर्देश भेजे गये हैं. इस संबंध में मछुआरा संगठनों ने भी जरूरी कदम उठाने शुरू कर दिये हैं. समुद्र में पहले से मौजूद फिशिंग ट्रॉलरों को शनिवार रात तक बंदरगाह या पास के किसी सुरक्षित स्थान पर शरण लेने के लिए कहा गया है.
बता दें कि बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम की ओर और पश्चिम-मध्य क्षेत्र में 7 अगस्त से कम दबाव की स्थिति बनने की उम्मीद है. इसके साथ ही 8 से 11 अगस्त तक राज्य के तटीय इलाकों में 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का भी अनुमान है. ऐसे में मछुआरों के 11 अगस्त तक समुद्र में जाने पर रोक लगा दी गयी है.