Weather Forecast: पश्चिम बंगाल के इन जिलों में भारी बारिश और भू-स्खलन की चेतावनी

Weather Forecast, West Bengal Weather Forecast, North Bengal, Darjeeling, Kalimpong Weather Report: पश्चिम बंगाल में भारी बारिश की वजह से उत्तर बंगाल के कई हिस्सों में तबाही आ सकती है. दार्जीलिंग एवं कलिम्पोंग वे जिले हो सकते हैं, जहां इस बारिश की वजह से नदियों में उफान आ जायेगा और पर्वतीय इलाकों में भू-स्खलन की घटनाएं हो सकती हैं.पश्चिम बंगाल में भारी बारिश की वजह से उत्तर बंगाल के कई हिस्सों में तबाही आ सकती है. दार्जीलिंग एवं कलिम्पोंग वे जिले हो सकते हैं, जहां इस बारिश की वजह से नदियों में उफान आ जायेगा और पर्वतीय इलाकों में भू-स्खलन की घटनाएं हो सकती हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 24, 2020 2:59 PM

कोलकाता : पश्चिम बंगाल में भारी बारिश की वजह से उत्तर बंगाल के कई हिस्सों में तबाही आ सकती है. दार्जीलिंग एवं कलिम्पोंग वे जिले हो सकते हैं, जहां इस बारिश की वजह से नदियों में उफान आ जायेगा और पर्वतीय इलाकों में भू-स्खलन की घटनाएं हो सकती हैं.

मौसम विभाग ने यह चेतावनी जारी की है. मौसम विभाग ने कहा है कि उत्तर बंगाल में भारी बारिश की संभावना है. भारी बारिश की वजह से नदियों में उफान आ सकता है. इतना ही नहीं, दार्जीलिंग तथा कलिम्पोंग जिलों के पर्वतीय इलाकों में भू-स्खलन की घटनाएं हो सकती हैं.

विभाग के निदेशक जीके दास ने कहा कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बन रही संबंधित स्थितियों के चलते 23 से 25 सितंबर तक उत्तर बंगाल के जिलों में भारी बारिश की संभावना है. उन्होंने कहा कि दार्जीलिंग, कलिम्पोंग, जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार और कूचबिहार जिलों में इस दौरान भारी से अत्यंत भारी बारिश हो सकती है.

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अधिकारी ने कहा कि मालदा, उत्तरी दिनाजपुर और दक्षिणी दिनाजपुर जिलों में भी 25 सितंबर तक भारी बारिश की संभावना है. उन्होंने कहा कि भारी बारिश के चलते उत्तरी बंगाल की विभिन्न नदियां उफान पर आ सकती हैं और दार्जीलिंग तथा कलिम्पोंग के पर्वतीय इलाकों में भू-स्खलन की घटनाएं हो सकती हैं.

सिक्किम का संपर्क देश के अन्य हिस्सों से कटा

ज्ञात हो कि राष्ट्रीय राजमार्ग 10 पर भारी बारिश की वजह से भू-स्खलन होने से सिक्किम बुधवार की सुबह देश के अन्य हिस्सों से कट गया. अधिकारियों ने बताया कि यह भू-स्खलन पश्चिम बंगाल के 29 माइल क्षेत्र में हुई. अधिकारियों ने बताया कि एनएच-10 को सिक्किम के लोगों के लिए जीवनरेखा कहा जाता है.

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इस राजमार्ग का प्रबंधन जनरल रिजर्व इंजीनियर फोर्स (जीआरइएफ) और पश्चिम बंगाल का लोक निर्माण विभाग (पीडबल्यूडी) करता है. अधिकारियों ने बताया कि मलबों को पूरी तरह से हटाने में कम से एक दिन या दो दिन लग सकते हैं. भू-स्खलन की वजह से सिलीगुड़ी से आवश्यक वस्तुओं को सिक्किम ले जा रहे चालक जहां-तहां फंस गये.

Posted By : Mithilesh Jha

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