पानागढ़( मुकेश तिवारी): बंगाल चुनाव में तृणमूल द्वारा टिकट नहीं दिये जाने के कारण नलहाटी से मौजूदा विधायक मोईनुद्दीन शम्स ने बागी तेवर अपनाते हुए पार्टी छोड़ दी. इशके बाद उन्होंने फॉर्वार्ड ब्लाक में जाने का मन बनाया, पर फॉर्वाऱ् ब्लॉक से भी मोईनउद्दीन शम्स को निराशा हाथ लगीं है. क्योंकि फॉरवॉर्ड ब्लॉक ने भी उन्हें पार्टी में लेने से इनकार कर दिया है. ऐसे में ऐसे में तृणमूल कांग्रेस छोड़ चुके मोईनुद्दीन की मुश्किलें और बढ़ गयी है.
बता दे कि तृणमूल कांग्रेस में आने से पहले वे फारवर्ड ब्लॉक में ही थे.लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव में वे तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे. इस बार जब तृणमूल कांग्रेस का टिकट नही मिला तो उन्होंने शुक्रवार को ही तृणमूल कांग्रेस छोड़ने का फैसला कर लिया था और फिर से फारवर्ड ब्लॉक में वापसी करना चाहते थे.
मोईनउद्दीन ने ऐसे समय में पार्टी का साथ छोड़ा था जब पार्टी मुश्किल में थी, और आज अपने बुरे समय में वो फिर से फारवर्ड ब्लॉक में लौटना चाहते है. नलहाटी तृणमूल विधायक मोइनुद्दीन शम्स को पुरानी पार्टी फॉरवर्ड ब्लॉक में लौटने की अनुमति नहीं मिली.
फॉरवर्ड ब्लॉक ने मोइनुद्दीन को सूचित किया.बाबा कलीमुद्दीन शम्स ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक के आजीवन नेता थे.वह कई बार वाममोर्चा सरकार में मंत्री भी बने.कलीमुद्दीन शम्स की मृत्यु के बाद, मोइनुद्दीन ने पतवार ली थी. लेकिन 2011 में सत्ता परिवर्तन के साथ उन्होंने अपना विचार बदल दिया.
मोइनुद्दीन ने तब फारवर्ड ब्लॉक को छोड़ दिया और तृणमूल में शामिल हो गए थे. नलहाटी से विधायक बने. इस बार तृणमूल उम्मीदवार की सूची में जगह नहीं मिल सकी. सूची में उनका नाम नहीं देखकर वह नाराज हो गए.उन्होंने शनिवार सुबह वीडियो संदेश के माध्यम से तृणमूल छोड़ने का संकेत दिया.
नलहाटी विधायक ने तृणमूल नेतृत्व पर विस्फोटक आरोप लगाए. इसके बाद वे अपने पुराने दल फॉरवर्ड ब्लॉक के राज्य कार्यालय में दिखाई दिए. लेकिन तब शीर्ष नेतृत्व राज्य कार्यालय में मौजूद नहीं था और उन्हें नीचे इंतजार करना पड़ गया. मोइनुद्दीन के आने की खबर सुनते ही पार्टी के राज्य सचिव नरेन चटर्जी और केंद्रीय समिति के सदस्य हाफिज आलम सेरानी एक-एक कर सामने आए.
उन्होंने कुछ देर बात की फॉरवर्ड ब्लॉक के पूर्व नेता ने टीम में लौटने में रुचि व्यक्त की. लेकिन वे वहां भी निराश रहे. वे पार्टी में शामिल होना चाहते थे. शम्स ने प्रतिस्पर्धा करने की इच्छा व्यक्त जतायी लेकिन उन्हें अपने पूर्व सहयोगियों से कठोर शब्द सुनने पड़े. फॉरवर्ड ब्लॉक के सूत्रों से यह खबर आयी कि मोईनुद्दीन को दल में शामिल नहीं किया जा सका है, इसकी जानकारी दी गई.
सूत्रों के मुताबिक, लेफ्ट पार्टी को छोड़ना सीधा है.लेकिन वापसी काफी मुश्किल. आप चाहते हैं लेकिन आप प्रवेश नहीं कर सकते.नियम अनुशासन के माध्यम से इस प्रक्रिया में शामिल होना काफी दिक्कत भरा है. इसलिए अब उन्हें दल में लेना संभव नहीं है, नरेन चटर्जी ने कहा पूर्व मंत्री के बेटे को खाली हाथ लौटना पड़ा.हालांकि इस घटना से पहले, मोइनुद्दीन ने एक विस्फोटक वीडियो संदेश दिया था.
उनकी शिकायत है कि वह अल्पसंख्यक समुदाय से हैं.उन्होंने टोपी पहनी और पूजा की. तो मोइनुद्दीन ने आरोप लगाया कि तृणमूल (टीएमसी) ने उन्हें टिकट नहीं दिया.
Posted By: Pawan Singh