चक्रधरपुर, रवि मोहंती : चक्रधरपुर शहर का पोड़ाहाट स्टेडियम नगर पर्षद व जिला प्रशासन के पेंच में फंसकर बदहाल हो गया है. इससे यहां के खिलाड़ियों में रोष है. केवल 15 अगस्त व 26 जनवरी को किसी तरह इस मैदान को कार्यक्रम के उपयोग में लाने के लिए प्रशासन सफाई कराती है. बाकी दिनों में यह मैदान पूरी तरह बंजर रहता है. हल्की बारिश होने पर मैदान में जगह-जगह जलजमाव हो जाता है. इस मैदान को संवारने के लिए कई बार स्थानीय धावकों व खिलाड़ियों ने जिला प्रशासन व नगर पर्षद को अवगत कराया. लेकिन स्थिति जस की तस है. स्टेडियम का निर्माण 1991-92 में हुआ था. इसके बाद से स्टेडियम का मेंटनेंस नहीं हुआ.
रेलवे प्रशासन की तर्ज पर पोड़ाहाट स्टेडियम का हो सौंद्रीकरण
रेलवे क्षेत्र में सेरसा व रेलवे हाइ स्कूल स्टेडियम है. जिसे रेलवे प्रशासन द्वारा सौंद्रीकरण कर रखा गया है. लेकिन जिला प्रशासन की अनदेखी के कारण पोड़ाहाट स्टेडियम की स्थिति दयनीय है. स्टेडियम के अंदर बड़े-बड़े गड्ढे बन गये हैं, तो कई जगहों में झाड़ियां उग गयी हैं.
स्टेडियम में रहता है असामाजिक तत्वों का जमावड़ा
पोड़ाहाट स्टेडियम का रख-रखाव सही ढंग से नहीं होने के कारण पूरी तरह असुरक्षित है. जिस कारण सुबह-शाम स्टेडियम में असामाजिक तत्वों व शराबियों का अड्डा लगा रहता है. वर्षों पहले स्टेडियम में बनाये गये गैलरी भी टूटने लगी है. स्टेडियम में मवेशियों का चारागाह भी है, जिससे खिलाड़ियों को खेलने में परेशानी होती है.
चंद पैसों के लिए किराया में दिया जाता है स्टेडियम
चंद पैसों के लिए खिलाड़ियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. आये दिन राजनीतिक पार्टी एवं शादी समारोह के लिए स्टेडियम को किराए में दी जाती है. जिससे स्टेडियम में बड़े-बड़े टेंट लगाए जाते हैं. टेंट लगाए जाने के बाद मैदान में बने गड्ढों को भी भरा नहीं जाता है. जहां-तहां कीचड़ जमा रहता है. जगह-जगह कील गिरे रहते हैं. इस बीच खिलाड़ियों को प्रैक्टिस करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. कई बार प्रैक्टिस करने के दौरान खिलाड़ी जख्मी भी हो जाते हैं.
स्टेडियम में नहीं है चेंजिंग रूम और शौचालय
चक्रधरपुर में धावकों व खिलाड़ियों की प्रैक्टिस के लिए पोड़ाहाट स्टेडियम एकमात्र वरदान है. खिलाड़ियों के लिए मैदान में ना तो चेंजिंग रूम है, ना ही शौचालय की व्यवस्था किया गया है. बरसों पहले एक गैलरी बनाई गई थी. जो आज टूट कर जर्जर हो चुकी है. सबसे परेशानी महिला खिलाड़ियों को चेंजिंग और शौच करने में होती है.
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खिलाड़ियों की परेशानी, उनकी जुबानी
चक्रधरपुर शहर में मैदान की घोर कमी है. जिससे ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के खिलाड़ियों को प्रैक्टिस करने में परेशानी होती है. पोडाहाट स्टेडियम में कुव्यवस्था के कारण खिलाड़ियों को खेलने व दौड़ने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
विपिन गागराई, राईबेडा
शहर में पोडाहाट स्टेडियम है. जिसकी देखरेख सही ढंग से नहीं होने के कारण आसमाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है. इसका असर खिलाड़ियों पर पड़ रहा है. सफाई के अभाव से स्टेडियम में गंदगी फैली हुई है.
अमित चाकी, आरपी कॉलोनी
सरकार खेल क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रही है. लेकिन चक्रधरपुर में ऐसा नहीं है. शहर में एक भी स्टेडियम नहीं है, जहां खिलाड़ी खेल सके, देखरेख नहीं होने के कारण बारिश के दिनों में मैदान तालाबनुमा बन जाता है.
विराट हेंब्रम, भलियाकुदर
रेलवे प्रशासन अपने मैदान की देखरेख व सौंदर्यीकरण करती है. लेकिन राज्य सरकार व जिला प्रशासन पोडाहाट स्टेडियम की न तो सौंदर्यीकरण करती है. और नही रख रखाव करना चाहती है, जो खिलाड़ियों के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है.
ज्ञान पूर्ति, मारवाड़ी स्कूल
सरकार खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए तरह-तरह के प्रतियोगिताएं करती है. लेकिन जिला प्रशासन की उदासीनता के कारण पोड़ाहाट स्टेडियम की स्थिति दयनीय है. मैदान में चेंजिंग रूम व शौचालय तक की व्यवस्था प्रशासन द्वारा नहीं की गई है.
विजय मुखी, भलियाकुदर
पोड़ाहाट स्टेडियम की जीर्णोद्धार की शिक्षा विभाग व जिला प्रशासन से होगी मांग
मारवाड़ी प्लस टू उच्च विद्यालय के प्राचार्य सह पोड़ाहाट स्टेडियम के केयरटेकर शोशन प्रभावती खेश ने कहा कि क्षेत्र के खिलाड़ियों की भविष्य को देखते हुए स्टेडियम का जीर्णोद्धार करना अति आवश्यकता है. स्टेडियम का जीर्णोद्धार होने से क्षेत्र के खिलाड़ियों का भविष्य संवरेगा सकेगा. खिलाड़ियों के भविष्य को देखते हुए शिक्षा विभाग एवं जिला प्रशासन को पोड़ाहाट स्टेडियम की दशा के बारे में अवगत कराई जाएगी. उन्होंने कहा कि स्टेडियम में सामाजिक तत्वों के जमावड़ा को हटाने के लिए बीच-बीच में पेट्रोलिंग करवाने के लिए थाना को सूचना दिया जाता है.