‘जी-20’ की बैठक के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से नौ सितंबर को आयोजित डिनर में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी आमंत्रण मिला है. इसमें शामिल होने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा : जी-20 के संदर्भ में राष्ट्रपति ने सभी मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित किया है. मुझे भी आमंत्रण मिला है. सभी शिड्यूलों को देखने के बाद निर्णय लूंगा. मुझे लगता है कि उक्त बैठक, अन्य बैठकों से बिल्कुल अलग है, तो इसे लेकर जरूर पॉजिटिव सोच के साथ निर्णय लूंगा. कैबिनेट की बैठक में शामिल होने के बाद प्रोजेक्ट भवन से निकल रहे मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने पत्रकारों से बातचीत में उक्त बातें कही.
‘नौ सितंबर को इडी के समन पर जायेंगे या नहीं?’ के सवाल पर सीएम ने कहा कि न्यूज सप्लाई करनेवालों से पूछें, वे बेहतर बतायेंगे कि क्या होगा. वहीं ‘इंडिया’ और ‘भारत’ के विवाद पर उन्होंने कहा कि समझ में नहीं आता कि क्या कहें? कहीं फिर से नोटबंदी के नये षड्यंत्र की तैयारी तो नहीं चल रही है? क्योंकि, नाम बदलने से नोट भी बदलना पड़ेगा. नाम रखने, न रखने को लेकर भी इतनी बहस हो, यह हास्यास्पद लगता है. इन बातों की न तो कोई शुरुआत है और न ही अंत. मैं भी चर्चा सुन रहा हूं. अब तो चांद पर जा चुके हैं. ऐसे निर्णयों से कहां जायेंगे, यह तो समय बतायेगा.
सहायक आचार्य की नियुक्ति परीक्षा पर हाइकोर्ट द्वारा रोक लगाये जाने के आदेश पर मुख्यमंत्री ने कहा : कोई बात नहीं. इस राज्य के साथ हमेशा चुनौती रही है. लेकिन, हमने हर चुनौती को ईमानदारी से पार किया है और मंजिलें भी हासिल की हैं. जो निर्णय आया है, उसका आकलन करेंगे और फिर आगे बढ़ेंगे.