क्या है मोदी सरकार की TOPS पॉलिसी जिसकी वजह से ओलंपिक में भारत ने रचा इतिहास, जीते रिकॉर्ड मेडल
TOPS, India, Tokyo Olympics, record 7 medals पूर्व केंद्रीय खेल मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा 2014 में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने एथलीटों की मदद के लिए टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम की शुरुआत की. इसी नीति का नतीजा है कि भारत ने टोक्यो ओलंपिक में अब तक का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन किया है.
Target Olympic Podium Scheme : नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) के ऐतिहासिक गोल्ड मेडल के साथ टोक्यो ओलंपिक 2020 (Tokyo Olympics) में भारत का सुनहरा सफर समाप्त हो गया है. भारत ने टोक्यो में अपना सबसे बड़ा खिलाड़ियों का दल उतारा था. जिसमें भारत ने एक गोल्ड के साथ कुल 7 मेडल जीते. इसके साथ ही भारत ने ओलंपिक में अपने पुराने रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया. इससे पहले भारत ने लंदन ओलंपिक में 6 मेडल अपने नाम किये थे.
टोक्यो ओलंपिक में भारत के प्रदर्शन से देश में जश्न का माहौल है. नीरज चोपड़ा ने 15वें दिन भारत को गोल्ड मेडल दिलाकर देशवासियों को झूमने का बड़ा मौका दे दिया.
Modi government's 'TOPS' (Target Olympic Podium Scheme) policy to help athletes that was started in 2014 led to India winning its best-ever tally in #Olympics and its first gold in athletics: Union minister Sarbananda Sonowal
— Press Trust of India (@PTI_News) August 7, 2021
हालांकि भारत के ओलंपिक सफर में कहीं न कहीं केंद्र सरकार की भी बड़ी भूमिका रही है. यह बात पूर्व केंद्रीय खेल मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कही है. उन्होंने नीरज की गोल्डन जीत और ओलंपिक में भारत के प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, मोदी सरकार की टॉप्स नीति के कारण ओलंपिक में भारत के सितारे चमक रहे हैं.
सोनोवाल ने बताया, 2014 में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने एथलीटों की मदद के लिए टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम की शुरुआत की. इसी नीति का नतीजा है कि भारत ने टोक्यो ओलंपिक में अब तक का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन किया है.
क्या है टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (TOPS)
टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (TOPS) को मोदी सरकार ने सितंबर 2014 को लॉन्च किया. इस योजना के तहत देशभर के ऐसे खिलाड़ियों का चुनाव करना है, जो भारत को ओलंपिक और पैरालंपिक में पदक दिला सकें. ऐसे खिलाड़ियों का चुनाव कर सरकार उनके लिए जरूरी इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करती है.
इस योजना के तहत खिलाड़ियों तैयारी के लिए आर्थिक मदद करना. उन्हें तैयारी के लिए दुनिया के टॉप कोच उपलब्ध कराना. उनके अभ्यास के लिए जो भी आवश्यकता हो पूरा कराया जा रहा है. पीवी सिंधु ने भी इस योजना के तहत टोक्यो ओलंपिक के लिए तैयारी की.