खून से लथपथ युवक ने पुलिस से कहा, गांव वालों ने मेरी पत्नी का सामूहिक बलात्कार किया, परिवार के 9 लोगों का किया नरसंहार…
Massacre in Jharkhand! झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिला के अति पिछड़े व उग्रवाद प्रभावित हेसाबांध गांव में एक महिला से सामूहिक दुष्कर्म और एक ही परिवार के नौ लोगों के नरसंहार की सूचना से चाईबासा में सनसनी फैल गयी. क्या है सच?
Massacre in Jharkhand! चाईबासा : झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिला के मुफस्सिल थानांतर्गत अति पिछड़े व उग्रवाद प्रभावित हेसाबांध गांव के एक युवक ने मंगलवार देर शाम पुलिस के सामने एक बयान देकर सनसनी फैला दी. उसने पुलिस को बताया कि ग्रामीणों ने उसकी पत्नी से सामूहिक दुष्कर्म किया है. उसके परिवार के 9 सदस्यों का नरसंहार भी कर दिया है.
सदर अस्पताल में भर्ती गुमदी सुरीन ने कहा कि मंगलवार सुबह डायन-बिसाही का आरोप लगाकर उसके चाचा व अन्य ग्रामीणों ने मिलकर उसके पिता बाबूराम सुरीन, मां मुक्ता सुरीन, भाई नारायण सुरीन, गोंदली सुरीन, बहन जोंगा सुरीन और उसके चार बच्चों की हत्या कर दी है. उसकी पत्नी के साथ सामूहिक दुष्कर्म भी किया है.
गुमदी ने कहा कि उन लोगों ने उसकी हत्या की भी योजना बनायी थी. सोमवार को वह अपनी ससुराल कबरागुटू गया था. परिवार के सदस्यों की हत्या करने के बाद उसके चाचा और ग्रामीण उसकी हत्या करने कबरागुटु पहुंच गये. वहां उसकी गर्दन पर ब्लेड से हमला कर दिया. वह जख्मी हो गया. किसी तरह जान बचाकर वहां से भागा.
गुमदी सुरीन ने बताया कि वह किसी तरह जान बचाकर अपने दामाद के घर टोंटो थाना क्षेत्र के पुरनापानी गांव पहुंच गया. उस पर हमला करने वालों ने जान से मारने के लिए उसका पीछा किया. जान बचाने के लिए गुमदी टोंटो थाना पहुंचा. टोंटो थाना पुलिस ने घायल अवस्था में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया. यहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने शाम में उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया.
चाईबासा के सदर अस्पताल में गंभीर स्थिति में इलाजरत हेसाबांध के युवक गुमदी सुरीन ने जब यह बात मुफस्सिल थाना की पुलिस को बतायी, तो पुलिस के होश उड़ गये. पुलिस तुरंत हरकत में आयी. चूंकि हेसाबांध अति पिछड़ा व उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र है, वहां जाने का खतरा पुलिस मोल नहीं ले सकती थी.
इसलिए अलग-अलग स्रोत से इस संबंध में जानकारी जुटाना शुरू किया. देर रात तक पुलिस इस बात की पुष्टि नहीं कर पायी कि गुमदी सुरीन ने जो बात कही है, वह सही है या गलत. हालांकि, पुलिस ने बताया कि उसके सूत्र ने देर रात बताया कि गुमदी की पत्नी से दुष्कर्म की बात गलत है. न ही गांव के किसी व्यक्ति को उसके परिवार के 9 लोगों की हत्या के बारे में जानकारी है.
बार-बार दोहराता रहा अपनी बात
गुमदी बार-बार अपनी बात दोहराता रहा. इस बात पर अड़ा रहा कि उसकी पत्नी के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ है और उसके परिवार के 9 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया है. एसडीपीओ अमर कुमार पांडेय ने बताया कि घटना की सच्चाई का पता लगाया जा रहा है. छानबीन में यह बात सामने आयी है कि गुमदी की पत्नी अपने मायके कबरागुटू गांव में है.
गुमदी सुरीन का पूरा परिवार हेसाबांध गांव में ओझा-गुणी का काम करता है. गांव में एक व्यक्ति की बीमारी से मौत होने के बाद गुमदी सुरीन के यहां पूजा-पाठ चल रहा था. इसी क्रम में कुछ लोगों के साथ झड़प हुई थी. एसडीपीओ श्री पांडेय ने बताया कि गुमदी सुरीन का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है.
उन्होंने बताया कि गुमदी सुरीन ने पुलिस को बताया है कि उस पर ग्रामीणों ने जानलेवा हमला किया. वे लोग कह रहे थे कि तुम्हारे घर के सभी लोगों को मार दिया है. तुमको भी मार डालेंगे. दूसरी ओर, युवक के बयान के बाद मुफस्सिल थाना प्रभारी आशुतोष कुमार ने ग्रामीण मुंडा के बेटे से संपर्क किया.
खुद ही गुमदी ने ब्लेड से अपनी गर्दन काटी
ग्रामीण मुंडा के बेटे ने बताया कि गांव का व्यक्ति बाहर में काम करता था. गांव लौटने के बाद बीमारी से उसकी मौत हो गयी थी. गांव में गुमदी का परिवार पूजा-पाठ कर रहा था. इसी क्रम में ग्रामीणों की गुमदी के परिवार साथ झड़प हुई है, लेकिन किसी की मौत की पुष्टि नहीं हुई है.
मामले की सच्चाई बुधवार को सामने आयी. एसडीपीओ ने बताया कि ससुराल से लौटने के बाद गुमदी ने हड़िया पीने के लिए पैसे मांगे. पैसे नहीं देने पर उसने खुद को एक कमरे में बंद कर लिया और ब्लेड से अपनी गर्दन काट ली. एसडीपीओ ने बताया कि कुछ वर्ष पहले उसका मानसिक संतुलन बिगड़ गया था, जिसका इलाज कराया गया था.
एसडीपीओ ने बताया कि उसकी बातें सुनने के बाद रात भर पुलिस परेशान रही. अपने हर सूत्र से इस घटना के बारे में पूरी जानकारी जुटाती रही. लेकिन, कहीं से भी उसके बयान की पुष्टि नहीं हो पायी. उन्होंने आशंका जतायी है कि गुमदी की पुरानी मानसिक बीमारी फिर से उभर आयी होगी, जिसकी वजह से वह ऐसी ऊटपटांग बातें कर रहा है.
Posted By : Mithilesh Jha