WhatsApp Safety Tips : तेजी से डिजिटल होती दुनिया में ऑनलाइन स्कैम्स भी लगातार बढ़ रहे हैं. व्हॉट्सऐप की बढ़ती पॉपुलैरिटी की वजह से शातिर ठगों की नजर भी यूजर्स पर रहती है. इंस्टैंट मैसेंजर ऐप यूजर्स को स्कैम्स से बचाने के लिए मेटा कंपनी अपने ऐप में कई तरह के सेफ्टी फीचर्स देती है.
व्हॉट्सऐप यूजर्स रखें इन बातों का ध्यान
अगर आप व्हॉट्सऐप के सेफ्टी फीचर्स ऑन करके रखते हैं, तो आप कई तरह के स्कैम्स से सेफ रह सकते हैं और अपने अकाउंट को हैक होने से बचा सकते हैं. हम आपको बताते हैं कुछ ऐसे स्टेप्स, जिनपर काम करके आप अपने अकाउंट को सेफ रख सकते हैं. व्हॉट्सऐप की पैरेंट कंपनी मेटा, यूजर्स को इन स्टेप्स को फॉलो करने के लिए कहती है.
6 डिजिट वेरिफिकेशन कोड शेयर न करें
नये डिवाइस पर व्हॉट्सऐप अकाउंट रजिस्टर करने के लिए यूजर को कंपनी की ओर से 6 डिजिट का वेरिफिकेशन कोड कॉल और एसएमएस पर मिलता है. अगर यह कोड किसी को पता चल जाए, तो यूजर का व्हॉट्सऐप अकाउंट पूरी तरह से ऐक्सेस हो सकता है. इसके साथ ही, इस बात का भी ध्यान रखना जरूरी है कि कोई यूजर अपना अकाउंट दूसरे डिवाइसेस पर खोल कर न रखे.
व्हॉट्सऐप अकाउंट हैक हो जाए, तो क्या करें?
अगर किसी यूजर का व्हॉट्सऐप अकाउंट हैक हो जाता है, यानी इसे कोई कहीं और से चला रहा है तो यूजर को तुरंत अपना अकाउंट डी-रजिस्टर करना चाहिए. जैसे ही यूजर यह काम करेंगे, मेटा यूजर के अकाउंट को सभी डिवाइसेस से लॉग-आउट कर देगी और हैकर्स आपके पुराने चैट्स और अकाउंट से जुड़ी दूसरी चीजों तक पहुंच नहीं पाएंगे.
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व्हॉट्सऐप का ओरिजिनल ऐप ही इस्तेमाल करें
व्हॉट्सऐप का ऑफिशियल ऐप ही इस्तेमाल करें. ऐप स्टोर या प्ले स्टोर में व्हॉट्सऐप से मिलते-जुलते, GBWhatsApp सहित कई ऐप्स मिल जाएंगे. ये थर्ड पार्टी ऐप्स होते हैं, जिनका इस्तेमाल करना खतरे से खली नहीं होता. थर्ड पार्टी ऐप्स आपके पर्सनल डेटा को एक्सपोज कर सकते हैं, जिससे यूजर का अकाउंट हैक होने का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में हमेशा ट्रस्टेड और मेटा के ऑफिशियल ऐप का ही इस्तेमाल करना चाहिए.