कैटरीना कैफ ने जब किया था बॉलीवुड छोड़ने का फैसला, एक्ट्रेस ने करण जौहर के शो में कही थी ये बात
बॉलीवुड एक्ट्रेस कैटरीना कैफ की फिल्म नमस्ते लंदन को 15 साल हो गए हैं और यह फिल्म उनके करियर के लिए गेम-चेंजर थी.
बॉलीवुड एक्ट्रेस कैटरीना कैफ (Katrina Kaif) की फिल्म नमस्ते लंदन को 15 साल हो गए हैं और यह फिल्म उनके करियर के लिए गेम-चेंजर थी. लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक्ट्रेस को यकीन नहीं था कि फिल्म उनके पक्ष में काम करेगी और उन्होंने बॉलीवुड छोड़ने और अपने लिए एक नया करियर खोजने के बारे में भी सोचा था.
रिपोर्ट्स के अनुसार, कैटरीना कैफ ने बॉलीवुड में एक कलाकार के तौर पर अपनी योग्यता साबित करने के लिए बहुत कोशिश की, लेकिन अक्सर रिजेक्शन का सामना करना पड़ा और नमस्ते लंदन के साथ उन्होंने अपनी सारी उम्मीदें खो दीं. लेकिन जब आप हार मान लेते हैं तब जीवन आपको दूसरा मौका देता है और मिसेज कौशल के साथ ठीक ऐसा ही हुआ.
जब कैटरीना कैफ ने अपनी एंट्री की थी तो उन्हें बॉलीवुड में एक सुंदर चेहरा माना जाता था. अपने शो कॉफ़ी विद करण में करण के साथ अपनी बातचीत में, कैटरीना कैफ ने भी इस बात को माना कि कि वह विश्वास करने लगी थी कि लोग उसके बारे में क्या सोचते हैं. उन्होंने कहा था, “मैंने फिल्म में खुद को बहुत ज्यादा देखा और आप लोग जो कहते हैं उस पर विश्वास करना शुरू कर देते हैं.”
उन्होंने आगे कहा कि, यह एक कारण है कि कैटरीना नमस्ते लंदन की विफलता के बारे में निश्चित थी और इसलिए वह फिल्म की रिलीज से पहले शहर छोड़ना चाहती थी. एक्ट्रेस ने खुलासा किया कि, “मैं अपना बैग पैक कर रही हूं और मैं एक नया करियर खोजने जा रही हूं.” अभिनेत्री ने यहां तक कहा कि वह फिल्म की स्क्रीनिंग में हिस्सा लेने के बाद जाने का इरादा रखती थी. लेकिन चीजें बदल गईं और उनका खुले हाथों से स्वागत किया गया. फिल्म समीक्षकों और व्यावसायिक रूप से एक बड़ी हिट थी.
Also Read: रणदीप हुड्डा निभायेंगे वीर सावरकर का किरदार, इन लोकेशंस पर होगी शूटिंग, पढ़ें डिटेल्स
कैटरीना कैफ ने कहा था, “यह अच्छा था, यह मेरे लिए वास्तव में महत्वपूर्ण था क्योंकि मुझे लगता है कि इसने लोगों की धारणा को बदल दिया. यह पहली बार था जब मुझे इंडस्ट्री से भी इतने सारे कॉल आए, निर्देशकों ने कहा, ‘मुझे लगता है कि आपने फिल्म में बहुत अच्छा काम किया है.'” खैर, फिल्म न केवल कैटरीना बल्कि वीर दास के लिए भी गेम-चेंजर थी. जीवन पलक झपकते ही बदल जाता है.