Bengal Election 2021: पार्टा में बिना शामिल कराए बीजेपी ने दे दिया टिकट, अब मचा बवाल, पढ़िए कौन है शिखा मित्रा
Bengal news in Hindi :प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष दिवंगत सोमेन मित्रा की पत्नी शिखा मित्रा चर्चओं में है हाल ही में भाजपा द्वारा विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के रूप में अपने नाम की घोषणा पर भाजपा को आड़े हाथों लिया है अपने नाम की घोषणा पर शिखा मित्रा भाजपा नेतृत्व पर बरस पड़ीं.
कोलकाता : प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष दिवंगत सोमेन मित्रा की पत्नी शिखा मित्रा है. बता दें की वो चौरंगी विधानसभा क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस की विधायक रह चुकी हैं. वर्तमान में वो कांग्रेस के साथ है.अभी हाल ही में वो चर्चा में आ रही है. उन्होंने भाजपा द्वारा विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के रूप में अपने नाम की घोषणा पर भाजपा को आड़े हाथों लिया है. भाजपा ने गुरुवार को घोषित अपनी सूची में पूर्व विधायक शिखा मित्रा को चौरंगी क्षेत्र से उम्मीदवार घोषित किया है. अपने नाम की घोषणा पर शिखा मित्रा भाजपा नेतृत्व पर बरस पड़ीं.
यहां से भाजपा ने तरुण साहा को उम्मीदवार घोषित किया है. लोगों को लगा कि बोरो एक के चेयरमैन व तृणमूल कांग्रेस के नेता तरुण साहा ही भाजपा के उम्मीदवार बने हैं. इस बात को जब प्रभात खबर की ओर से तरुण साहा से पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि भाजपा ने जिस नाम की घोषणा की है, वह मैं नहीं हूं. हो सकता है कोई और तरुण साहा हो, क्योंकि वह भाजपा का उम्मीदवार कभी नहीं बनेंगे. राजनीति उनका पेशा नहीं है. वह नीति व आदर्शों के लिए ही राजनीति करते हैं. ऐसे में वह तृणमूल कांग्रेस के साथ बने हुए हैं.
बेलगछिया केंद्र से इस बार तृणमूल ने तरुण साहा की पत्नी माला साहा को टिकट नहीं दिया है. ऐसे में चर्चा थी कि तरुण साहा पार्टी से नाराज चल रहे हैं. इस बीच, भाजपा ने अपने उम्मीदवारों के नामों का एलान किया, तो उसमें तरुण साहा का नाम आने पर चर्चा तेज हो गयी. लेकिन तरुण साहा ने कहा : वह मैं नहीं, कोई और है.
भाजपा की चौरंगी से उम्मीदवार शिखा मित्रा तथा काशीपुर-बेलगछिया के उम्मीदवार तरुण साहा द्वारा चुनाव न लड़ने की बात कहने के बाद भाजपा की ओर से स्पष्ट किया गया है कि पार्टी वहां से उम्मीदवार बदल देगी. भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तथा बंगाल भाजपा के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि दोनों ने चुनाव लड़ने की इच्छा प्रकट की थी.
वह उनसे हुई बातचीत को सार्वजनिक नहीं करना चाहते, लेकिन उनकी सहमति मिलने के बाद ही उन्हें उम्मीदवार बनाया गया. लेकिन अगर वे चुनाव नहीं लड़ना चाहते, तो पार्टी को इससे कोई समस्या नहीं है. उनके पास कई उम्मीदवार हैं. वह उम्मीदवार बदल देंगे. श्री विजयवर्गीय ने एक बार फिर कहा कि बंगाल में भाजपा की ही सरकार बनेगी.
Posted By : Aditi Singh