Varanasi Encounter News: यूपी सरकार के शपथ ग्रहण नहीं हुआ है लेकिन यूपी पुलिस अपराधियों पर कहर बन के टूट रही है. सोमवार को वाराणसी एसटीएफ की टीम ने दो लाख इनामी बदमाश मनीष सिंह उर्फ सोनू को लोहता थाना क्षेत्र के जंसा बॉर्डर पर मुठभेड़ में मार गिराया.
मुठभेड़ में मारे गए बदमाश मनीष सिंह उर्फ सोनू के पास से .38 बोर की पिस्टल व 9 एमएम कारर्बाइन तथा 20 कारतूस बरामद हुए हैं. एसटीएफ टीम से मुठभेड़ के दौरान मनीष सिंह उर्फ सोनू का एक साथी फरार हो गया है. एसटीएफ की टीम उसकी तलाश कर रही है. दो लाख के ईनामी बदमाश मनीष सिंह उर्फ सोनू की मौत की सूचना पर आस पास के गांव के लोगों ने एसटीएफ की जयजयकार की और योगी आदित्यनाथ और बुलडोजर बाबा की जय के नारे लगाए.
वाराणसी के लंका थाना क्षेत्र के नरोत्तमपुर गांव के निवासी मनीष सिंह उर्फ सोनू बचपन से ही अपराधिक मानसिकता का था. अनिल सिंह का बेटा मनीष सिंह उर्फ सोनू चोलापुर थाना क्षेत्र के उड़ी गांव में अपने मामा सुरेंद्र सिंह के साथ रहता था. मनीष सिंह उर्फ सोनू बचपन से ही अपराध की दुनिया का बेताज बादशाह बनना चाहता था. बचपन से ही उड़ी गांव में अपने साथियों के साथ मिलकर कई लूट की घटनाओं को अंजाम दिया था. उसी दौरान मनीष सिंह उर्फ सोनू को कई घटनाओं में शामिल होने पर जेल भेजा. मनीष सिंह उर्फ सोनू की जेल में मुलाकात सनी सिंह उर्फ रोहित सिंह और रोशन गुप्ता उर्फ किट्टू से दोस्ती हो गई.
मनीष सिंह उर्फ सोनू ने जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद खुद का अपना गैंग बना लिया और घटनाओं को अंजाम देने लगा. मनीष सिंह उर्फ सोनू के गैंग में जितेंद्र जायसवाल बुच्ची सिंह जैसे अपराधी थे. भेलूपुर थाना क्षेत्र के महमूरगंज में एटीएम वैन से 59 लाख की लूट की घटना को मनीष सिंह ने बुच्ची सिंह के साथ मिलकर अंजाम दिया था. पुलिस के अनुसार मनीष सिंह उर्फ सोनू रईस बनारसी , सनी सिंह, संतोष गुप्ता उर्फ किट्टू के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद मनीष सिंह खुद गैंग की कमान संभाल के चला रहा था.
Also Read: Varanasi News: शपथ ग्रहण से पहले एक्शन मोड में पुलिस, मुठभेड़ में दो लाख के इनामी मनीष सिंह को किया ढेरमनीष सिंह उर्फ सोनू ने वाराणसी सहित पूर्वांचल में जघन्य हत्या और लूट की घटना को अंजाम दिया था. मनीष सिंह ने मिर्जापुर के एक कंपनी के जनरल मैनेजर और वाराणसी में चर्चित पत्रकार एनडी तिवारी की हत्या कर दी थी. एनडी तिवारी बाबा शूलटंकेश्वर महादेव का दर्शन करते समय वापस अपने घर को जा रहे थे. मनीष सिंह ने गाड़ी रोक के दर्जनों फायर झोंक दिए थे. 2020 में वाराणसी के चौकाघाट स्थित काली मंदिर के पास हिस्ट्रीशीटर अभिषेक सिंह उर्फ प्रिंस सहित दो लोगो की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या की गई थी. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से मनीष सिंह की पहचान की थी.
एसटीएफ ने मनीष सिंह उर्फ सोनू के गैंग के सदस्यों को रोहित सिंह सन्नी, रोहित गुप्ता उर्फ किट्टू, दीपक वर्मा जैसे दुर्दांत अपराधियों को पहले ही मुठभेड़ में ढेर कर दिया था. एसटीएफ के मुठभेड़ के दौरान मनीष सिंह उर्फ सोनू कई बार पुलिस टीम पर फायर कर के फरार हो जाता था. मनीष सिंह के ऊपर वाराणसी और आस-पास के जिलों में करीब ढाई दर्जन मामले दर्ज थे. पूर्वांचल में 7 मुकदमों में वांछित था. मनीष सिंह उर्फ सोनू के लगातार घटनाओं में नाम आने पर वाराणसी एडीजी ने 1 लाख ईनाम से बढ़ाकर दो लाख किए जाने की संतुति की थी. यूपी पुलिस ने मनीष सिंह उर्फ सोनू के ऊपर दो लाख का इनाम घोषित किया था.
रिपोर्ट : विपिन सिंह