Amarnath Yatra 2023: अमरनाथ यात्रा भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य में स्थित अमरनाथ गुफा में महीने की कृष्ण पक्ष की आठवीं तिथि से लेकर पूर्णिमा तिथि तक आयोजित होने वाली एक हिंदू धार्मिक यात्रा है. यह यात्रा श्रद्धालुओं के बीच में शिवलिंग की प्रतिमा को दर्शन करने के लिए की जाती है, जिसे महाकाल शिवलिंग के रूप में जाना जाता है. अमरनाथ गुफा, जिसे श्रद्धालुओं का गुफा भी कहते हैं, जम्मू और कश्मीर के अनंतनाग जिले में स्थित है. यात्रा के दौरान लाखों श्रद्धालु आते हैं शिवलिंग की पूजा करते हैं. अभी अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra 2023) जारी है. लेकिन आज 23 अगस्त को अस्थाई रूप से रोकी गई है .चलिए जानते हैं आखिर क्यों बंद किया गया अमरनाथ यात्रा, क्या है इसके पीछे की वजह.
क्यों रोकी गई अमरनाथ यात्रा
दरअसल अमरनाथ यात्रा बुधवार को यानी 23 अगस्त 2023 को अस्थाई रूप से रोक दी गई है. इस यात्रा को आज के लिए इस लोग बंद किया गया है क्योंकि तीर्थयात्रियों की कम संख्या और ट्रैक बहाली के काम को देखते हुए ऐसा निर्णय लिया गया है.
अमरनाथ यात्रा कितने दिन तक चलती है
डीआईपीआर अधिकारियों ने बताया अमरनाथ यात्रा में तीर्थयात्रियों की कम संख्या और ट्रैक बहाली के काम को देखते हुए इस रोक दिया गया है. गौरतलब है कि अमरनाथ यात्रा करीब 62 दिनों तक चलती है. अमरनाथ यात्रा का समापन 31 अगस्त 2023 को छड़ी मुबारक के कार्यक्रम के साथ होगा.
अमरनाथ यात्रा के हैं दो मार्ग
बता दें कि अमरनाथ यात्रा के दोनों मार्ग है. अनंतनाग जिले में पहलगाम ट्रैक और गांदरबल जिले में बालटाल से एक साथ शुरू हुई. डीआईपीआर ने कहा कि इस साल यात्रा में भारी भीड़ देखी गई है. अब तक 4.4 लाख से ज्यादा तीर्थयात्री पवित्र अमरनाथ गुफा के दर्शन कर चुके हैं.
अमरनाथ यात्रा का समापन कब
आपको बताते चलें कि दोनों मार्गों पर काम हो रहा है जिसे देखते हुए अमरनाथ यात्रा को 23 अगस्त, 2023 को रोक दी गई है. लेकिन इस यात्रा का समापन 31 अगस्त 2023 को होगा.
अमरनाथ यात्रा क्या है?
अमरनाथ यात्रा अनंतनाग जिले में पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबे नुनवान पहलगाम मार्ग और गांदरबल जिले में 14 किलोमीटर छोटे लेकिन खड़ी बालटाल मार्ग को जोड़ने वाले मार्गों पर एक तीर्थयात्रा है. हिंदू धर्म में पवित्र मानी जाने वाली वार्षिक तीर्थयात्रा, हिमालय के बीच दक्षिण कश्मीर में 3,880 मीटर ऊंचे पवित्र अमरनाथ गुफा मंदिर में स्थित है. अमरनाथ को भगवान शिव के सबसे पवित्र तीर्थस्थलों में से एक माना जाता है. यात्रा हिंदू कैलेंडर के श्रावण महीने में होती है और यही एकमात्र समय है जब गुफाएं आम जनता के लिए पहुंच के लिए संभव होती है. यह यात्रा इस साल 31 अगस्त तक चलेगी.
अमरनाथ यात्रा के दौरान क्या करना चाहिए?
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हर यात्री को यात्रा शुरू करने से पहले जम्मू-कश्मीर में निर्धारित स्थानों से अपना आरएफआईडी कार्ड प्राप्त करना होगा.
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सभी यात्रियों को यात्रा के दौरान हर समय एसएएसबी द्वारा जारी आरएफआईडी कार्ड पहनना अनिवार्य है.
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यात्रा के दौरान को आरामदायक कपड़े और ट्रैकिंग जूते पहनने की सलाह दी गई है.
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यात्रियों को सलाह दी गई है कि चढ़ाई के वक्त धीरे-धीरे चलें और खुद को वातावरण अनुकूलित करने के लिए समय लें.
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यात्रियों को खुद को हाइड्रेटेड रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए.
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यदि किसी यात्री को सांस लेने में तकलीफ महसूस हो तो उसे निकटतम मेडिकल हेल्प से संपर्क करना चाहिए.