रायपुर: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Election 2022) प्रचार के दौरान प्राथमिकी दर्ज होने को लेकर छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने कहा है कि निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) को अपनी भूमिका निष्पक्ष रखनी चाहिए. भूपेश बघेल ने अपने ट्विटर अकाउंट से एक वीडियो जारी कर रविवार को नोएडा सीट से कांग्रेस (Congress) प्रत्याशी के प्रचार के दौरान अपने खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने के मामले पर प्रतिक्रिया दी है.
बघेल ने वीडियो में कहा है कि पार्टी की प्रत्याशी उनके साथ थीं. लगभग 20 सुरक्षाकर्मी और पुलिसकर्मी उनके साथ थे. इसके अलावा वहां 30-40 पत्रकार भी मौजूद थे. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वीडियो में कहा है, ‘तो फिर प्राथमिकी मेरे ही खिलाफ क्यों. दूसरी बात यह है कि लोग आ रहे हैं, मिल रहे हैं. फिर कैसे करें. आखिर चुनाव प्रचार किस प्रकार से होगा. ऐसे में निर्वाचन आयोग को प्रत्यक्ष रूप से आकर बताना चाहिए कि कैसे प्रचार (Door-To-Door Campaign Demo) होगा.’
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल (Chhattisgarh CM Bhupesh Baghel) ने आगे कहा है कि यदि मेरे खिलाफ कार्रवाई की गयी है, तो अमरोहा में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रत्याशी और मंत्री के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की गयी. भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के मंत्री डोर टू डोर पांच दिनों से प्रचार कर रहे हैं. उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही है.
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उन्होंने वीडियो में यह भी कहा है निर्वाचन आयोग (ECI) को अपनी भूमिका निष्पक्ष रखनी चाहिए. अभी शुरुआत में निष्पक्षता नहीं दिखाई दे रही है, तो आगे क्या उम्मीद करेंगे. भूपेश बघेल ने वीडियो में आगे कहा है कि वह उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) जायेंगे तथा वहां चुनाव प्रचार भी करेंगे. प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी पंखुड़ी पाठक के प्रचार के लिए रविवार को नोएडा पहुंचे बघेल के खिलाफ कोविड-19 संबंधी नियमों के उल्लंघन के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
माननीय चुनाव आयोग को मीडिया और सुरक्षाकर्मियों को साथ लेकर एक DOOR TO DOOR का DEMO देना चाहिए. pic.twitter.com/kQz4c1knce
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) January 17, 2022
उत्तर प्रदेश पुलिस (Uttar Pradesh Police) के अनुसार, इस मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 188 (लोक सेवक द्वारा लागू आदेश की अवज्ञा), 269 (गैरकानूनी या लापरवाही से जीवन के लिए खतरनाक किसी भी बीमारी का संक्रमण फैलाना) और 270 (किसी कृत्य से खतरनाक बीमारी का संक्रमण फैलने की संभावना) भी जोड़ी गयी है.
इस मामले को लेकर छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा है कि भाजपा उत्तर प्रदेश में बघेल के चुनाव अभियान को मिल रही अच्छी प्रतिक्रिया से डर गयी है. उन्होंने कहा कि प्राथमिकी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की हताशा को दर्शाती है.
उन्होंने बताया कि बघेल ने घर-घर जाकर प्रचार के दौरान कोविड नियमों (Covid19 Rules) का पालन किया और निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार केवल पांच लोग ही उनके साथ थे. वहीं, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव ने कहा है कि कांग्रेस नेताओं को यह समझना चाहिए कि उत्तर प्रदेश में कानून का राज है और कानून से बड़ा कोई नहीं हो सकता. छत्तीसगढ़ में खुलेआम नियमों और कोविड-19 दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने वाले कांग्रेसियों को कानून का सम्मान करने की आदत डालनी चाहिए.
एजेंसी इनपुट के साथ
Posted By: Mithilesh Jha