‘पेड़ा नगरी’ के नाम से क्यों फेमस है देवघर का घोरमारा
देवघर और बासुकीनाथ के बीच एक जगह है घोरमारा, जिसे पेड़ा नगरी के नाम से ही जाना जाता है. यहां सड़क के दोनों छोर पर पेड़े की सैकड़ों दुकाने नजर आ जाएंगी. यहां दूर-दूर से लोग पेड़ा लेने आते हैं. यहां श्रावण मेले के दौरान एक दिन में 100 क्विंटल से भी अधिक पेड़े की बिक्री होती है.
श्रावणी मेला शुरू होने के साथ ही देश और दुनिया से लाखों की संख्या में श्रद्धालु झारखंड के देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम पहुंते हैं. बाबा पर जर्लापण करने के बाद भक्त यहां के फेमस पेड़ा प्रसाद अपने साथ ले जाना नहीं भूलते. सावन महीने में देवघर से लेकर बासुकीनाथ नाथ पेड़ा की सैकड़ों दुकाने आपको नजर आएंगी. लेकिन देवघर और बासुकीनाथ के बीच एक जगह है घोरमारा, जिसे पेड़ा नगरी के नाम से ही जाना जाता है. यहां सड़क के दोनों छोर पर पेड़े की सैकड़ों दुकाने नजर आ जाएंगी. यहां दूर-दूर से लोग पेड़ा लेने आते हैं. यहां श्रावण मेले के दौरान एक दिन में 100 क्विंटल से भी अधिक पेड़े की बिक्री होती है. पेड़े के व्यवसाय से यहां के हजारों स्थानीय लोग कई साल से जुड़े हैं.