Shani Dev ki Puja: ज्योतिष शस्त्र के अनुसार, शनिवार का दिन शनि देव की पूजा के लिए सबसे उत्तम माना जाता है. क्योंकि शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित होता है. ज्योतिष में शनि देव को काल और न्याय का देवता कहा गया है. शनि देव हर व्यक्ति को उसके कर्मों के हिसाब से फल देते हैं, इसलिए उन्हें कर्मफलदाता और न्याय का देवता कहा जाता है. शनिवार के दिन शनि देव की पूजा करने से शनि देव की कृपा प्राप्त होती है और भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं.
शस्त्रों मे शनिवार के दिन शनि देव के साथ ही बजरंगबली की भी पूजा करने का महत्व बताया गया है. ऐसे मे आइए जानते हैं कि आखिर शनिवार के दिन बजरंगबली की पूजा करने का क्या महत्व होता हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भक्त शनिवार के दिन बजरंगबली की पूजा करते हैं, तो शनि देव प्रसन्न होते हैं और उन्हें कष्ट नहीं देते. इसलिए शनिवार के दिन शनि देव के साथ ही बजरंगबली की भी पूजा जरूर करना चाहिए. धार्मिक मान्यता है कि हनुमान जी आज भी एक सेवक के तौर पर भगवान श्री राम की अयोध्या की निगरानी कर रहे हैं. शनिवार के दिन शनि देव के साथ हनुमान जी की पूजा जरूर करनी चाहिए.
त्रेतायुग के रामायण काल के समय जब रावण माता सीता का हरण कर लंका ले गया था, तब प्रभु श्रीराम की आज्ञा पाकर बजरंगबली माता सीता को ढूंढ़ते हुए लंका पहुंचे थे. लंका पहुंचते ही बजरंगबली ने देखा कि रावण ने कारागार में शनि देव को भी बंदी बना रखा है. बजरंगबली ने जब शनि देव से इसका कारण पूछा, तो पता चला कि रावण ने शनि देव के साथ ही कई अन्य ग्रहों को भी कैद कर रखा था. बजरंगबली ने शनि देव की मदद की और उन्हें रावण के कैद से मुक्त कराया. इस तरह शनि देव बजरंगबली की मदद से रावण के कैद से मुक्त होकर प्रसन्न हुए. उन्होंने बजरंगबली से कुछ वरदान मांगने को कहा, तब बजरंगबली ने शनि देव से वरदान मांगा कि, जो भक्त शनिवार के दिन मेरी पूजा करेगा उसे आप कभी कष्ट नहीं देंगे.
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शनि देव की कृपा पाने के लिए आपको भी दान पुण्य करते रहना चाहिए. शनि देव की कृपा के पात्र बनने के लिए जरुरतमंदों को काले चने, काले तिल, उड़द दाल और स्वच्छ कपड़े सच्चे मन से दान करते रहना चाहिए. अगर आपके जीवन में भी नौकरी, व्यवसाय, धन से जुड़ी समस्याएं चल रही है तो शनिवार के दिन स्नान ध्यान करके शनि यंत्र की पूजा करें.
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सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें.
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स्नान करने के बाद घर के मंदिर में दीपक प्रज्वलित करें.
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इस दिन शनि देव को तेल अर्पित करें.
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शनि देव को पुष्प अर्पित करें.
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शनि देव को भोग लगाएं.
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शनि देव की आरती करें.
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शनि चालीसा का पाठ करें.
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शनि देव के मंत्रों का जप करें.