Loading election data...

धनबाद : पत्नी मायके गयी तो युवक ने जहर खाकर दी जान

मधुबन थानेदार ने कहा कि जहां शंभु का इलाज हो रहा था, वहां से लिया गया फर्द बयान आने के बाद ही जांचोपरांत प्राथमिकी दर्ज की जायेगी. पोस्टमार्टम के बाद बोकारो से शव लाये जाने के बाद उसका दाह संस्कार कर दिया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | February 14, 2024 7:08 AM

धनबाद : मधुबन थाना क्षेत्र की पिपराटांड़ बस्ती निवासी शंभु पांडेय उर्फ नितेश पांडेय (26) का जहर खाने से इलाज के दौरान केएम मेमोरियल अस्पताल चास में मौत हो गयी. सूचना के बाद मृतक के ससुराल वाले और उसकी पत्नी हजारीबाग गोरहर थाना अंतर्गत लगनवा गांव से पिपराटांड़ बस्ती पहुंचे. मृतक की पत्नी छोटी देवी का रो-रो कर बुरा हाल था. बताया जा रहा है कि पत्नी के एक दिन पूर्व मायके चले जाने से क्षुब्ध होकर युवक ने दस फरवरी की सुबह शराब में कीटनाशक दवा मिलाकर पी लिया था, जिससे उसकी स्थिति खराब हो गयी थी. नाजुक हालत में उसे चास में भर्ती कराया था, जहां सोमवार की देर रात इलाज के दौरान मौत हो गयी. मृतक का बड़े भाई देवानंद पांडेय ने मृतक की पत्नी छोटी देवी के विरुद्ध पुलिस से लिखित शिकायत की है. शिकायत में कहा है कि नौ फरवरी की शाम छोटे भाई की पत्नी घर से नगदी, जेवर, मोबाइल व एटीएम लेकर फरार हो गयी. बाद में मृतक के ससुराल वाले की ओर से मेरे भाई को जान से मारने की धमकी दी गयी, जिससे डर कर नितेश ने कीटनाशक दवा खाकर अपनी जान दे दी. पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है. इधर, पत्नी अपने परिजनों के साथ पुन: मायके चली गयी. इस संबंध में मधुबन थानेदार ने कहा कि जहां शंभु का इलाज हो रहा था, वहां से लिया गया फर्द बयान आने के बाद ही जांचोपरांत प्राथमिकी दर्ज की जायेगी. पोस्टमार्टम के बाद बोकारो से शव लाये जाने के बाद उसका दाह संस्कार कर दिया गया.

मोक्ष तक जाता है धर्म का मार्ग : राघवप्रिया

श्रीश्री शिव सेवा समिति की ओर से वनकाली रोड गोविंदपुर स्थित नवनिर्मित त्रिदेव धाम मंदिर में आयोजित श्रीश्री 108 रुद्र महायज्ञ, प्राण प्रतिष्ठा व श्रीराम कथा के तीसरे दिन मंगलवार को वृंदावन धाम से आयीं मानस कोकिला सुश्री राघवप्रिया ओझा ने संगीतमय श्रीराम कथा सुनाते हुए राम जन्म का प्रसंग सुनाया गया. कहा : जब अयोध्या में भगवान राम का जन्म होने वाला था, तब समस्त अयोध्या नगरी में शुभ शकुन होने लगे. भगवान का जन्म होते ही अयोध्या नगरी में खुशी का माहौल हो गया. भगवान राम ने पृथ्वी लोक पर आकर धर्म की स्थापना की. आज का व्यक्ति ईश्वर की सत्ता को मानने से भले ही इंकार कर दे, लेकिन एक न एक दिन उसे ईश्वर की महत्ता को स्वीकार करना ही पड़ता है. मानव को धर्म का मार्ग कभी नहीं छोड़ना चाहिए. यही मार्ग पर मार्ग सुख-शांति से होकर मोक्ष प्राप्ति तक जाता है. जन्मोत्सव पर शिशु राम, पिता राजा दशरथ एवं माता कौशल्या की झांकी भी निकाली गयी. बुधवार को कथा समाप्त हो जायेगी. इसके पूर्व यज्ञाचार्य पंडित रवि शास्त्री की देखरेख में काशी से आयी नौ पंडितों की टीम ने वेदी पूजन, मूर्तियों का दूग्धाधिवास, वस्त्राधिवास, पुष्प व फलाधिवास आदि अनुष्ठान संपन्न कराया.

Also Read: धनबाद में हुआ वायु गुणवत्ता में सुधार, नगर निगम ने जारी किया बुलेटिन

Next Article

Exit mobile version