लातेहार में जंगली हाथियों का आतंक, एक ही परिवार के 3 लोगों को कुचलकर मार डाला

लातेहार के चंदवा में जंगली हाथियों का आतंक देखने को मिला है. दरअसल, देर रात चंदवा थाना क्षेत्र में एक ईंट भट्ठे में पहुंचकर एक ही परिवार के 3 लोगों को कुचलकर मार डाला है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 5, 2023 11:57 AM

लातेहार के चंदवा प्रखंड में जंगली हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है. देर रात हाथियों ने चंदवा थाना क्षेत्र में एक ईंट भट्ठे में पहुंचकर 3 वर्षीय बच्ची समेत तीन लोगों की जान ले ली है. बताया जा रहा है तीनों मृतक एक ही परिवार के थे. ईट भट्ठे में काम करने वाले मजदूर झोपड़ी में अपनी पत्नी और एक छोटी बच्ची के साथ सोए हुए थे. इसी दौरान हाथियों के झुंड ने ईट भट्टे पर धावा बोल दिया और तीनों को कुचलकर मार डाला.

बता दें कि मृतकों में पति-पत्नी फानु भुइयां (26), बबीता देवी (23) और पुत्री मंजिशा कुमारी शामिल है. तीनों शवों को कब्जे में लेकर वन विभाग और चंदवा पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है. उक्त लोग चंदवा- माल्हन-मैक्लुस्कीगंज पथ स्थित मालहन गांव के समीप संचालित एन-1 ईट भट्टे में बतौर मजदूर काम कर रहे थे. अन्य मजदूरों ने बताया कि गुरुवार की रात करीब 12:30 हाथियों का एक झुंड ईट भट्ठा परिसर में आ धमका. हाथियों के उत्पात मचाने से फनु की नींद खुल गई. वह अपने परिवार को उठाकर वहां से भागने लगा. बच्ची बबीता की गोद में थी. उक्त तीनों लोग हाथियों के चुंगल में फंस गए. महिला व बच्ची को हाथियों ने वही पटककर व कुचलकर जान ले ली.

पुलिस ने बताया कि घटना गुरुवार देर रात करीब डेढ़ बजे की है. चंदवा थाना के निरीक्षक अमित कुमार ने बताया कि हाथियों का एक झुंड ईंट भट्ठा इलाके में आधी रात के बाद दिखाई दिया और परिवार के तीनों सदस्यों को कुचल कर मार डाला. हाथियों के झुंड ने इलाके में भी कहर बरपाया. हालांकि, ईंट भट्ठे में काम कर रहे अन्य मजदूर भागने में सफल रहे. उन्होंने बताया कि तीनों शवों को शुक्रवार सुबह थाने लाया गया और उन्हें पोस्टमॉर्टम के लिए लातेहार अस्पताल भेज दिया गया है.

लातेहार के डीएफओ रौशन कुमार ने बताया कि पिछले कई दिनों से बालूमाथ और चंदवा वन परिक्षेत्र के बीच करीब 14 हाथियों का आना-जाना लगा हुआ है. गुरुवार की शाम को चकला क्षेत्र में इस झुंड को देखा गया और उसके बाद लोगों को सतर्क किया गया. उन्होंने कहा कि चूंकि देर रात मजदूर सो रहे थे, इसलिए उन्हें हाथियों के झुंड का पता नहीं चल सका. डीएफओ ने कहा कि घटना में मारे गए लोग गढ़वा जिले के हैं और उनके परिवार के एक रिश्तेदार को तत्काल राहत के रूप में 60,000 रुपये दिए गए हैं.

Next Article

Exit mobile version