क्या आनेवाले समय में बड़े बैनर और स्टारकास्ट की फिल्में ही होंगी सिनेमाघरों में रिलीज… OTT पर जाएंगी सभी छोटी फिल्में
will big banners and starcast movies be released in theaters and All short films go on OTT bud : देश भर में कोरोना के बढ़ते केसेज ने अप्रैल में थिएटर में रिलीज हो रही फिल्मों की रिलीज तारीख को पोस्टपोन कर दिया है. जिसके बाद से ये बात शुरू हो गयी है कि क्या बीते साल की तरह एक बार फिर फिल्मों की रिलीज का सिलसिला ओटीटी पर शुरू होने वाला है. इंडस्ट्री से जुड़े जानकरों की मानें तो छोटी फिल्मों को ओटीटी की ओर रुख करना ही होगा
देश भर में कोरोना के बढ़ते केसेज ने अप्रैल में थिएटर में रिलीज हो रही फिल्मों की रिलीज तारीख को पोस्टपोन कर दिया है. जिसके बाद से ये बात शुरू हो गयी है कि क्या बीते साल की तरह एक बार फिर फिल्मों की रिलीज का सिलसिला ओटीटी पर शुरू होने वाला है. इंडस्ट्री से जुड़े जानकरों की मानें तो छोटी फिल्मों को ओटीटी की ओर रुख करना ही होगा साथ ही मौजूदा दौर में समीकरण कुछ ऐसे बन चुके हैं कि आनेवाले समय में थिएटर में सिर्फ बड़े बैनर और स्टारकास्ट की फिल्में ही रिलीज होगी और छोटे फिल्में सीधे ओटीटी पर रिलीज होंगी. उर्मिला कोरी की रिपोर्ट…
बड़े बैनर और स्टारकास्ट की फिल्मों से ही सजेंगे थिएटर्स
अभिनेता सलमान खान ने कहा कि बढ़ते लॉक डाउन के संकट की वजह से उनकी फिल्म राधे योर मोस्ट वांटेड भाई अगर इस ईद को रिलीज नहीं होगी तो वो उसे अगले साल ईद पर रिलीज करेंगे. वो अपनी फिल्म की रिलीज को एक साल तक रोक देंगे लेकिन ओटीटी पर फ़िल्म रिलीज नहीं होगी. गौरतलब है कि अक्षय कुमार की फ़िल्म सूर्यवंशी इस मामले में पहले ही रिकॉर्ड बना चुकी है. यह फ़िल्म पिछले मार्च को रिलीज होने वाली थी लेकिन कोरोना संकट ने फ़िल्म को पोस्टपोन कर दिया है. ट्रेड विश्लेषक कोमल नाहटा कहते हैं कि बड़ी फिल्में थिएटर के लिए ही होती हैं अगर वो भी ओटीटी की रुख करेंगी तो फिर तो थिएटर का बिजनेस ही खत्म हो जाएगा. फिल्में और थिएटर एक दूसरे के लिए ज़रूरी है. सभी को पता है कि सूर्यवंशी, राधे ऐसी फिल्में हैं जिनको देखने के लिए दर्शक थिएटर आएंगे. साथ ही बड़ी फिल्मों की लागत भी बहुत है. जिसे ओटीटी को दे पाना मुश्किल हैं. बड़ी फिल्में की रिलीज में हुई देरी ने उनके ब्याज को और बढ़ा दिया है और अब उस लागत को देना ओटीटी के लिए आसान नहीं है.
फिल्मों की अब ओटीटी और थिएटर्स के मद्देनजर होगी मेकिंग
एक वक्त था जब छोटे बजट की कंटेंट वाली फिल्मों को मल्टीप्लेक्स के दर्शकों ने छोटी फिल्में बड़ा धमाका कहकर खूब सराहा था. आयुष्मान खुराना, कार्तिक आर्यन से लेकर कई लोकप्रिय चेहरे इन्ही फिल्मों की देन हैं लेकिन अब लगता है कि कुछ सालों तक छोटी फिल्में थिएटर से दूर ही रहने वाली हैं. इंडस्ट्री से जुड़े जानकारों की मानें तो इंडस्ट्री में इस पर काम भी करना शुरू कर चुकी है. सरकार 3 , टोटल धमाल जैसी फिल्मों के निर्माता आनंद पंडित कहते हैं कि उनके पास तीन से चार फिल्में हैं लेकिन वे फिलहाल उन फिल्मों की शूटिंग में जल्दीबाजी नहीं करना चाहते हैं. वो थिएटर शुरू होने के बाद हालात देखेंगे उसके बाद ही वो फिल्में शूटिंग फ्लोर पर जाएंगी क्योंकि अब फिल्मों को पहले से ही तय करके बनाना होगा कि ये फ़िल्म थिएटर में जाएगी और ये फ़िल्म ओटीटी के लिए ही होगी. मौजूदा जो आसार हैं उनसे लग नहीं रहा है कि सबकुछ पहले जैसे सामान्य होने वाला है इसलिए छोटी फिल्में ओटीटी के लिए और बड़ी थिएटर के लिए होंगी.
भविष्य की बात करने के साथ साथ आनंद पंडित मौजूदा समय के बारे में कहते हैं कि छोटी फिलमें एक बार फिर रिलीज के लिए ओटीटी की ओर ही रुख करेंगी क्योंकि वहां सीधा ऑन टेबल प्रॉफिट है. 8 करोड़ में फ़िल्म बनी है तो 10 करोड़ तो आपको मिल ही जायेंगे जबकि थिएटर में फ़िल्म रिलीज के लिए पी एंड ए का बहुत खर्च होता है. रिलीज के लिए स्क्रीन लेने से लेकर प्रोमोशन तक सभी में खर्च करना पड़ेगा और आपको पता भी नहीं होगा कि दर्शक फ़िल्म को देखने आएंगे या नहीं.
एक्ट्रेस मीरा चोपड़ा कहती हैं कि, मुझे थिएटर में फिल्में देखना बहुत पसंद है लेकिन पिछले एक साल से हम सभी को घर पर बैठकर ही फिल्में देखने की आदत हो गयी है. कोरोना हम सब की ज़िंदगी से जल्दी जाने वाला नहीं है. ये सभी को मालूम है इसलिए पहले की तरह हम फ़्री होकर हर हफ्ते फ़िल्म नहीं जा पाएंगे. ओटीटी के ज़रिए ही हम खुद को एंटरटेन करेंगे. मुझे लगता है कि आनेवाले दो तीन साल तो यही होने वाले हैं।हम थिएटर किसी खास मौके पर जाएंगे. जब दीवाली,ईद या दूसरे बड़े फेस्टिवल्स में बड़े बैनर और स्टारकास्ट की फ़िल्म थिएटर में आएगी.