केरल की तरह बंगाल में भी एक का बदला चार से लेंगे, राजनीतिक हिंसा पर बिफरे डॉ विश्वप्रिय

पश्चिम बंगाल प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष डॉ विश्वप्रिय रायचौधरी ने राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ताओं की लगातार हो रही हत्या और राजनीतिक हिंसा की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जाहिर की है. कहा है कि केरल में भी इसी तरह से वामपंथी पार्टियां आरएसएस के स्वयंसेवकों की हत्या कर रही थी. वहां एक का बदला चार से लिया गया, तो हत्याएं बंद हो गयीं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 12, 2020 5:15 PM

कोलकाता : पश्चिम बंगाल प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष डॉ विश्वप्रिय रायचौधरी ने राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ताओं की लगातार हो रही हत्या और राजनीतिक हिंसा की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जाहिर की है. कहा है कि केरल में भी इसी तरह से वामपंथी पार्टियां आरएसएस के स्वयंसेवकों की हत्या कर रही थी. वहां एक का बदला चार से लिया गया, तो हत्याएं बंद हो गयीं.

डॉ रायचौधरी ने सोमवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राजमाता विजया राजे सिंधिया की 101वीं जयंती पर विशेष स्मारक सिक्का जारी करने के अवसर वर्चुअल संवाद में शामिल होने के बाद संवाददाताओं को संबोधित किया. इसी दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा हिंसा में विश्वास नहीं करती, लेकिन भाजपा डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पार्टी है.

उन्होंने कहा कि डॉ मुखर्जी कहते थे कि अन्याय का विरोध करो, प्रतिरोध करो और यदि इससे भी बात नहीं बने, तो प्रतिशोध लो. उन्होंने कहा, ‘हम हिंसा के पक्षधर नहीं हैं, लेकिन आत्मरक्षा का अधिकार तो हमें है ही.’ उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं की लगातार हत्या हो रही है. भाजपा नेता मनीष शुक्ला की हत्या कर दी गयी. डोमकल में भाजपा कार्यकर्ता राजनीतिक हिंसा के शिकार हुआ. भाजपा विधायक को फंदे से लटका दिया गया.

Also Read: गंगा में बह रहा था ‘मृत मवेशी’, बीएसएफ ने बाहर निकाला तो खाल में भरे थे तंबाकू

उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में भाजपा की सरकार बनेगी, तो राजनीतिक हिंसा पूरी तरह से खत्म करने के लिए काम किया जायेगा. सांसद व प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष अर्जुन सिंह ने कहा कि भाजपा नेता की हत्या हो रही है और हत्या के आरोप में भाजपा नेताओं को ही फंसाने की साजिश रची जाती है. राज्य के प्रत्येक जिले में भाजपा नेताओं की हत्या की साजिश रची जा रही है और इसका ब्लू प्रिंट ‘नबान्न’ (पश्चिम बंगाल राज्य सचिवालय) में तैयार हो रहा है.

उन्होंने कहा कि सभी थाना के आइसी नबान्न से नियंत्रित हो रहे हैं. उन्हें वहां से दिशा-निर्देश मिल रहे हैं. श्री सिंह ने कहा कि मनीष शुक्ला की हत्या की गयी और उनके पिता ने जिनके खिलाफ आरोप दायर किये थे, उनसे अभी तक पूछताछ भी नहीं हुई है. मूल आरोपी को बांग्लादेश भागने में पुलिस और तृणमूल नेता ने मदद की है.

Also Read: औरंगाबाद से आसनसोल जा रही कार की टिंबर ट्रक से टक्कर, मां-बेटे की मौत, तीन की हालत गंभीर

Posted By : Mithilesh Jha

Next Article

Exit mobile version