शीर्ष वरीयता प्राप्त नोवाक जोकोविच ने पहला सेट गंवाने के बाद शानदार वापसी करते हुए विंबलडन टेनिस के फाइनल में निक किर्गियोस को रविवार को यहां शिकस्त देकर इस टूर्नामेंट का अपना सातवां खिताब जीता. सर्बिया के इस खिलाड़ी ने एक सेट गंवाने के बाद भी खुद पर दबाव हावी नहीं होने दिया. उन्होंने ने 27 साल के ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी पर 4-6, 6-3, 6-4, 7-6 से जीत के साथ लगातार चौथी बार इस खिताब को अपने नाम किया.
घसियाले सतह पर खेले जाने वाले इस ग्रैंड स्लैम में जोकोविच ने लगातार 28वीं सफलता के साथ अपना 21वां ग्रैंड स्लैम खिताब जीता, जो रिकॉर्ड धारक राफेल नडाल से एक कम है. सबसे ज्यादा विंबलडन खिताब जीतने के मामले में भी वह रोजर फेडरर के बाद दूसरे स्थान पर हैं. दिग्गज फेडरर ने आठ विंबलडन खिताब जीते हैं. इस जीत के बाद जोकोविच ने कहा कि हर बार यह पहले से अधिक खास होता है. मेरे लिए यह खिताब हमेशा सबसे विशेष होगा.
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उन्होंने कहा कि यह मेरा सबसे विशेष टूर्नामेंट है. इस टूर्नामेंट ने ही मुझे सर्बिया में इस खेल से जुड़ने के लिए प्रेरित किया था. ऑस्ट्रेलिया के किर्गियोस अपना पहला ग्रैंड स्लैम फाइनल खेल रहे थे. सेमीफाइनल में चोट के कारण नडाल ने उन्हें वॉकओवर दे दिया था. उन्होंने फाइनल में शानदार शुरुआत की और शुरुआती सेट जीत कर अपनी उम्मीदें कायम की. रैंकिंग में 40वें स्थान पर काबिज किर्गियोस 2001 में गोरान इवानिसेविच के बाद पहले गैर वरीय चैम्पियन खिलाड़ी बनने की कोशिश रहे थे लेकिन जोकोविच के अनुभव का उनके पास कोई जवाब नहीं था.
खास बात यह है कि इवानिसेविच अब जोकोविच के कोच है और वह इस मैच के दौरान सेंटर कोर्ट में बतौर अतिथि मौजूद थे. मैच का रूख दूसरे सेट में उस समय बदला जब जोकोविच 5-3 से आगे थे और उनकी सर्विस पर किर्गियोस लव (शून्य) -40 से आगे चल रहे थे. जोकोविच ने इसके बाद तीन बार ब्रेक प्वाइंट कर सेट को अपने नाम किया और फिर किर्गियोस के लिए वापसी करना मुश्किल हो गया. विंबलडन के इस सत्र से पहले किर्गियोस ने 29 ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंटों में कभी क्वार्टर फाइनल से आगे नहीं बढ़े थे. किर्गियोस ने मैच के बाद कहा कि वह भगवान की तरह है, मैं गलत नहीं बोल रहा हूं. मुझे लगता है कि मैंने अच्छा खेला.