Prayagraj News:. संगम नगरी प्रयागराज स्टैंडी रोड बेली की रहने वाली ऊषा देवी पिछले दो दिन से जिलाधिकारी कार्यालय के चक्कर लगा रही हैं. पांच बच्चों की मां ऊषा देवी के पति रमेश मेहनत मजदूरी कर परिवार की गृहस्थी चलाते हैं. ऊषा देवी किसी तरह से अपने बच्चों को पढ़ा लिखा कर काबिल बनाना चाहती हैं. उनका बेटा सानू ज्वाला देवी इंटर कॉलेज से आठवीं पास कर नौवीं में दाखिला लेना चाहता है, लेकिन फीस न जमा कर पाने के कारण वह एडमिशन नहीं ले पा रहा.
ऊषा देवी ने बताया कि उनका बेटा शानू छठी से आठवीं तक ज्वाला देवी इंटर कॉलेज में ही पढ़ाई की. अब आठवी पास करने के बाद वह नौवीं में बेटे का दाखिला करना चाहती है. वह कहती है सरकार की तरफ से गल्ला तो मिलता है लेकिन बच्चे को अच्छे स्कूल में पढ़ने के लिए कड़ी मेहनत के बाद भी पैसे नहीं जुटा पा रहीं. स्कूल द्वारा फीस माफ हो जाए तो वह उसे इंटर तक पढ़ा पाएंगी. उन्होंने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि जिलाधिकारी उनकी पूरी मदद करेंगे. हालांकि, दो दिन से जिलाधिकारी कार्यालय आ रही हैं, लेकिन अभी तक मुलाकात नहीं हो पाई.
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ऊषा देवी ने एक सवाल के जवाब में भारी मन से कहा कि उनकी तीन पीढ़ी ने गरीबी देखी है. अब वह नहीं चाहतीं कि बच्चे भी गरीबी देखे. इसलिए वह संघर्ष कर रही हैं. पांच बच्चों में बड़ी बेटी शालिनी सीएमपी से बीए द्वितीय ईयर की पढ़ाई कर रही है. दूसरी बेटी सोनाली, मेरी वन्ना मेकर गर्ल्स इंटर कॉलेज में 12वीं में पढ़ाई कर रही है. मोनी, पांचवी कक्षा में ज्वाला देवी में पढ़ रही है (फीस माफ), सुहाना चौथी कक्षा में तेलियार गंज में ज्वाला देवी में पढ़ रही है. वह चाहती है कि बेटे सानू का भी ज्वाला देवी में 9वीं कक्षा में दाखिल हो जाए. इसलिए जिलाधिकारी से गुहार लगाने पहुंची हैं.
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रिपोर्ट- एस के इलाहाबादी