Kaushambi: उत्तर प्रदेश में जबरन धर्मांतरण के मामले बढ़ते जा रहे हैं. इस बीच प्रयागराज के कौशांबी से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है. जहां एक महिला ने मतांतरण करने से इनकार किया तो कुछ लोगों ने उसका गला घोंटकर हत्या कर दी. और फरार हो गए. पुलिस ने 12 नामजद व 100 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज कर लिया. और आरोपियों को तलाश में पुलिस जुट गई. फिलहाल पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
दरअसल बलिया के नगरा चचया निवासी श्रीमती पत्नी रामसिंगार ने अपनी बेटी चंदा सिंह की शादी 10 साल पहले मऊ के बेलौझा हलदरपुर निवासी दुर्गेश सिंह के साथ की थीं. शादी के सात साल बाद दुर्गेश की मौत हो गई. इस बीच चंदा की मुलाकात महेवाघाट (कौशांबी) के आरिफ से हुई.
आरिफ मऊ में 108 सेवा एंबुलेंस का चालक था. उसने अपना असली नाम छिपाकर चंदा को गुड्डू राजपूत बताया था. आरिफ का चंदा के घर आना-जाना शुरू हो गया. इसके बाद चंदा ने अपनी सभी संपत्ति बेच दी और दो साल पहले अपने दोनों बेटियों के साथ कौशांबी आ गई. इस दौरान महिला को पता चला की राजपूत असल में आरिफ है. वह अपने गांव चंदा को ले गया. जहां उसपर मुस्लिम समुदाय के 100 लोगों ने धर्मांतरण का दबाव बनाया. चंदा ने धर्मांतरण करने से मना की तो उन लोगं ने उसे पीटा. इस दौरान उसकी तबियत खराब हो गई. इस दौरान उसकी मौत हो गई. आरोपियों ने चंदा की लाश उसके घर पर छोड़कर भाग गए.
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घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई. चंदा सिंह की गला घोंटकर हत्या करने वाला मुख्य आरोप आरिफ को पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया है. मिली जानकारी के अनुसार आरिफ के दोनों पैर में गोली लगी है. उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.