हरियाणा के खेल मंत्री पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला ने अब CM मनोहर लाल खट्टर पर साधा निशाना
हरियाण के खेल मंत्री संदीप कुमार पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला के निशाने पर अब मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर हैं. महिला ने आरोप लगाया है कि उनको डराया, धमकाया जा रहा है. अगर उनके साथ कुछ भी बुरा होता है तो मुख्यमंत्री खट्टर उसके जिम्मेदार होंगे.
हरियाणा के खेलमंत्री संदीप सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला ने अब मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पर भी आरोप लगाया है और कहा है कि मुझ पर दबाव डाला जा रहा है और मुझे धमकियां दी जा रही है. उन्होंने यहां तक कहा कि अगर मुझे कल कुछ भी होता है तो इसकी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री की होगी. उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री खेल मंत्री को बढ़ावा दे रहे हैं.
मुख्यमंत्री पर लगाया यह आरोप
पीड़िता ने एएनआई से कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, खेल मंत्री को बढ़ावा दे रहे हैँ. इस मुद्दे को दबाया जा रहा है. पीड़िता ने कहा कि यह भी सुनने में आया है कि खेल मंत्री संदीप सिंह गणतंत्र दिवस के अवसर पर झंडा फहरायेंगे. मैं इस जीत से हैरान हूं कि मुख्यमंत्री ऐसा कैसे करवा सकते हैं. पीड़िता ने आगे कहा कि मुझे में भी धमकियां दी जा रही हैं और मुझपर केस वापस लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा है.
Also Read: हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगने के बाद छोड़ा खेल विभाग, जानें पूरा मामला
आरोप के बाद खेल मंत्री ने दिया था इस्तीफा
पीड़िता ने कहा कि अब मुझे डर लगने लगा है, अगर मेरे साथ कुछ भी गलत होता है तो इसके जिम्मेदार मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और खेल मंत्री होंगे. मैं खेल मंत्री की हरकतों को पिछले एक साल से बर्दाश्त कर रही हूं. बता दें कि एक महिला कोच की शिकायत पर चंडीगढ़ पुलिस ने खेल मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया था. पुलिस ने यह जानकारी एक जनवरी को दी थी.
पिछले साल 31 दिसंबर को दर्ज हुआ था मामला
खेल मंत्री ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज करते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था और खेल विभाग मुख्यमंत्री को सौंप दिया था. उन्होंने कहा था कि ये आरोप मेरी छवि खराब करने के लिए लगाये गये हैं. मुझे उम्मीद है कि मुझ पर लगाये गये झूठे आरोपों की गहन जांच होगी. मैं जांच की रिपोर्ट आने तक खेल विभाग की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री को सौंप रहा हूं. पुलिस ने बताया था कि उनके खिलाफ रिपोर्ट 31 दिसंबर 2022 को दर्ज करायी गयी थी.