Varanasi News: वाराणसी की एक कोर्ट के आदेश के बाद शुक्रवार को ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे होने जा रहा है. इसे लेकर मुस्लिम पक्षकार और संत समाज दोनों पक्षों में टकराव की नौबत बनती दिख रही है. वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर हिंदू पक्ष का कहना है कि मंदिर तोड़कर ही मस्जिद बनाई गई है, इसलिए उन्हें ऋंगार गौरी मंदिर में पूजा का हक दिया जाए. वहीं ज्ञानवापी मस्जिद प्रबंधन कमेटी कोर्ट के आदेश के खिलाफ खड़ी है. शुक्रवार को मस्जिद का नजारा भी बदलता नजर आ रहा है.
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स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि मस्जिद में हर शुक्रवार की अपेक्षा इस बार ज्यादा संख्या में मुस्लिम समाज के लोग नमाज पढ़ने आ रहे हैं. परिसर के चारों ओर काफी भीड़ नजर आ रही है. वहीं, मालौल को खराब करने की कोशिश करते हुए देखा गया. अचानक एक महिला काशी विश्वनाथ मंदिर के गेट नम्बर 4 पर नमाज पढ़ने लगी. वह काफी देर तक नमाज पढ़ती रही. पुलिसकर्मियों ने काफी इंतजार के बाद उसे जबरन उठा लिया.
वाराणसी में ज्ञानव्यापी मस्जिद में माहौल खराब करने का प्रयास होता देखा गया है. अचानक एक महिला काशी विश्वनाथ मंदिर के गेट नम्बर 4 पर नमाज पढ़ने लगी. वह काफी देर तक नमाज पढ़ती रही. पुलिसकर्मियों ने काफी इंतजार के बाद उसे जबरन उठा लिया. फिलहाल, महिला को हिरासत में ले लिया गया. pic.twitter.com/X9llXQNjUn
— Prabhat Khabar UP (@prabhatkhabarup) May 6, 2022
फिलहाल, महिला को हिरासत में ले लिया गया. माहौल को भांपते हुए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है. वहीं, हिंदू समाज की ओर से भी इस विषय को लेकर काफी चर्चा हो रही है. सुबह के समय संत समाज के लोग शांति से सर्वे हो जाने के लिए हवन-पूजन कर रहे थे. मीडिया भी बड़ी संख्या में वहां मौजूद है.
इस संबंध में पुलिस ने बताया कि दोपहर करीब 1 बजे श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के गेट नंबर 4 के सामने जब पुरुष वर्ग ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Masjid) में नमाज पढ़ने के लिए जा रहा थे उसी समय अचानक एक महिला सड़क के पटरी पर अपना बैग व जूता निकाल कर नमाज पढ़ने जैसी स्थिति में बैठ गई. लगभग 10 मिनट बाद जब वह सामान्य स्तिथि में आई तो महिला एसआई एवं महिला आरक्षी की देखरेख में उसका बयान लिया गया. पूछताछ में उसने बताया कि वह मानसिक बीमार है. उसे पंजाब स्थित फरीद बाबा मजार का सपना आया था कि यहाँ नमाज पढ़े. महिला को चिकित्सीय सुविधा हेतु महिला आरक्षी के देख रेख में एसएपीजी कबीरचौर रवाना किया गया है. उसके पास से तलाशी में एसएसपीजी कबीरचौरा , राजकीय महिला चिकित्सालय वाराणसी के मेडिकल रिपोर्ट प्राप्त हुए हैं. महिला आयशा पत्नी मो हनीफ पुत्री मो यार निवासी जे 4/32 हसतले अंश थाना जैतपुरा की रहने वाली है. उसके पास से हिंदू देवी-देवताओं की फोटोज, दवाएं, वोटर आईडी कार्ड व जाति प्रमाण पत्र भी प्राप्त हुआ है.
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दरअसल, वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद परिसर की वीडियोग्राफी और सर्वे का काम शुक्रवार से शुरू हो रहा है. ये काम वाराणसी सिविल कोर्ट के आदेश के बाद किया जा रहा है. ज्ञानवापी मस्जिद वाराणासी के काशी विश्वनाथ मंदिर से लगी हुई है. इसी मस्जिद के परिसर की वीडियोग्राफी होनी है. मुस्लिम पक्षकार इसका विरोध कर रहे हैं. ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का सर्वे आज दोपहर 3 बजे से होगा. इस पूरे सर्वे में तीन से चार दिन लगने का अनुमान है. इस दौरान वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी होगी.
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दरअसल कोर्ट में पांच महिलाओं रेखा पाठक, सीता साहू, लक्ष्मी देवी, मंजू व्यास और राखी सिंह ने एक याचिका दायर की थी. पाचों याचिकाकर्ताओं ने कोर्ट से ऋंगार गौरी मंदिर में हर रोज पूजा करने की अनुमति दिए जाने की अपील की थी. कोर्ट से इजाजत की जरूरत इसलिए पड़ी क्योंकि ऋंगार गौरी का मंदिर ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में मौजूद है. यह मस्जिद की दीवार से सटा हुआ है. पिछले साल 18 अगस्त को कोर्ट में याचिका दायर की गई थी. 26 अप्रैल को वाराणसी सिविल कोर्ट का आदेश आया था. आदेश में एक कमीशन नियुक्त किया गया है. इस कमीशन को 6 और 7 मई को दोनों पक्षों की मौजूदगी में ऋंगार गौरी की वीडियोग्राफी के आदेश दिए गए हैं. 10 मई तक अदालत ने इसे लेकर पूरी जानकारी मांगी है. अब मुस्लिम पक्षकार इसी सर्वे का विरोध कर रहा है.
रिपोर्ट : विपिन सिंह