धनबाद में महिलाओं को इस वार्ड की साफ-सफाई का मिला था जिम्मा, 2 दिन में ही नगर निगम ने खड़े किये हाथ
धनबाद के वार्ड नंबर 28 में साफ-सफाई का जिम्मा महिलाओं को मिला था. लेकिन, आधी-अधूरी तैयारी की वजह से नगर निगम ने दो दिनों में ही हाथ खड़े कर दिये. इसके कारण जगह-जगह कचरे का अंबार लग गया है.
Jharkhand News: महिला दिवस के उपलक्ष्य में महिला सशक्तीकरण को लेकर पॉयलट प्रोजेक्ट शहर की सफाई की कमान महिलाओं को सौंपी जानी थी. इसकी शुरुआत वार्ड नंबर 28 से की गयी. लेकिन आधी-अधूरी तैयारी की वजह से निगम ने दो दिनों में ही हाथ खड़े कर दिये. न तो महिला ड्राइवर को ट्रेंड किया और न ही सहायक को ट्रेनिंग दी गयी. शहर का कचरा साफ करने के लिए उन्हें उतार दिया गया. जो महिला ड्राइविंग कर रही थी, वह काम छोड़ कर चली गयी. स्थिति यह है कि जिस वार्ड को रोल मॉडल बनाने की योजना थी, उस वार्ड में जगह-जगह कचरा का अंबार लग गया है.
तामझाम के साथ शुरू की गयी योजना
वार्ड नंबर 28 में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन, ट्रांसपोर्टेशन का काम महिलाओं के हवाले किया किया. तामझाम के साथ 14 मार्च को नगर निगम से हरी झंडी दिखाकर योजना शुरू की गयी. दो दिनों तक व्यवस्था ठीक चली. इसके बाद व्यवस्था ढीली पड़ गयी. सोमवार को प्रभात खबर ने वार्ड नंबर 28 की पड़ताल की. इस वार्ड में न तो महिला ड्राइवर मिली और न ही महिला सफाई कर्मी. स्थिति यह है कि हाउसिंग कॉलोनी में जहां-तहां कचरा का अंबार लग गया है.
सिर्फ एक महिला ड्राइवर के सहारे शुरू हुई योजना
नगर निगम ने सिर्फ महिला ड्राइवर के सहारे योजना शुरू की गयी. जो महिला ड्राइवर को रखा गया, वह भी पूरी तरह ट्रेंड नहीं थी. निगम की आउटसोर्स एजेंसी भी मानती है कि नगर निगम ने जो ड्राइवर रखा है, वह पूरी तरह ट्रेंड नहीं है. जब तक ड्राइविंग के लिए पूरी तरह ट्रेंड नहीं होगी. ड्राइविंग की कमान नहीं सौंपी जा सकती है. मामले में नगर निगम का कहना है कि महिला ड्राइवर को लेकर थोड़ी परेशानी है. ट्रेनिंग दी जा र ही है. जल्द ही वार्ड की कमान महिलाओं के हाथों में होगी. वार्ड नंबर 28 रोल मॉडल वार्ड बनेगा. इसके लिए तैयारी चल रही है. एक महिला ड्राइवर ही नहीं दो-तीन और महिलाओं को ड्राइविंग की ट्रेनिंग दी जायेगी.
निगम ने सक्शन मशीन से सड़क पर जमा पानी हटाया
इधर, रानीबांध तालाब के समक्ष सड़क पर जलजमाव से आम एवं खास सभी परेशान है. इसको लेकर रविवार को स्थानीय लोगों ने विरोध किया था. सोमवार को नगर निगम की सक्शन मशीन की तीन गाड़ी उतरी. लगभग तीन घंटे तक मशक्कत कर सड़क से जलजमाव को हटाया. आठ से नौ टैंकर पानी वहां से हटाया गया. इसके बाद जेसीबी से गिट्टी व बालू की भरायी की गयी. पथ निर्माण विभाग के अधिकारी के मुताबिक सड़क से पानी निकालने के लिए कल्वर्ट के पास आठ से 10 विप हॉल बनाया गया था, लेकिन ग्रामीणों ने उसे बंद कर दिया है. पानी निकासी नहीं होने के कारण सड़क पर जलजमाव हो रहा है. तालाब को लेकर विवाद है. मामला कोर्ट में चल रहा है, लेकिन ग्रामीण यहां कुछ करने नहीं देते हैं.