Jharkhand News: धनबाद जिला अंतर्गत रेलनगरी गोमो के आरई कॉलोनी, जीतपुर की महिलाओं ने रास्ते की मांग को लेकर बुलडोजर के आगे खड़ी होकर विरोध जताया. ठेकेदार के सुपरवाइजर बबलू सिंह ने सकारात्मक आश्वासन देकर ग्रामीण महिलाओं को शांत कराया.
महिलाओं ने जताया विरोध
जानकारी के अनुसार, रेलवे अपनी जमीन पर चाहरदीवारी देने का काम कर रही है. ओम कंस्ट्रक्शन की ओर से जमीन में पिलर का बुनियाद तैयार कर दिया गया. ड्राइवर बुलडोजर से बुनियाद का गड्ढा भरने के लिए आया, तो ग्रामीण महिलाओं ने जेसीबी के आगे गड्ढे में जाकर खड़ी हो गई. महिलाओं का कहना था कि करीब 200 घरों के लोगों का आने-जाने का रास्ते को साजिश के तहत बंद कराया जा रहा है. कहा कि अगर रेलवे इस रास्ता को बंद कर देगी, तो हमलोगों का आना-जाना बंद हो जाएगा. रेलवे भी अपना पाइप लाइन का काम करने के लिए इसी रास्ते का इस्तेमाल करती है.
रेलवे पर लगाया आरोप
महिलाओं ने आरोप लगाया कि चंद कदम की दूरी पर एक खास गली के लिए करीब 15 फीट का रास्ता छोड़ा गया है. जबकि उस गली में मात्र 10 से 12 घर है. रेलवे चेहरा देखकर रास्ता छोड़ने का काम कर रही है. जिसे किसी कीमत पर ग्रामीण सहन नहीं करेंगे. अगर रेलवे रास्ता नहीं छोड़ती है, तो आंदोलन किया जाएगा.
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आश्वासन पर महिलाएं हुई शांत
इस मामले में सुपरवाइजर धर्मेंद्र सिंह तथा बबलू सिंह ने ग्रामीण महिलाओं को बतलाया कि आपलोगों को आने-जाने के लिए साढ़े आठ फीट का रास्ता छोड़ा जाएगा. कुछ लोग रेलवे की चाहरदीवारी पर अपना मकान बना रखे हैं, जिसे तोड़ने के लिए रेलवे की ओर से मौखिक रूप से सूचना दिया गया है. अगर चारदीवारी पर से मकान नहीं हटाया गया, तो रेलवे निश्चित तौर पर अपने स्तर से कार्रवाई करेगी. उक्त दोनों सुपरवाइजर के आश्वासन पर ग्रामीण महिलाएं शांत हुई. इस मौके पर पुष्पा देवी, मीरा कुमारी, मंजू देवी, किरण देवी, उषा देवी, शीला देवी, शीला रानी, लीला देवी, सुचित्रा देवी समेत कई महिलाएं व बच्चे मौजूद थे.
रिपोर्ट : बेंक्टेश शर्मा, गोमो, धनबाद.