धनबाद : 40 घंटे बाद बाहर आये सेल चासनाला की भूमिगत खदान में धरना दे रहे ठेका मजदूर
सीम खदान बंद होने से एक हजार टन कोयला उत्पादन प्रभावित हुआ है. दूसरे दिन कोल वाशरी एवं रॉ कोल ट्रांसपोर्टिंग मजदूरों ने बंद करा दी थी, जिससे काफी नुकसान हुआ है.
सेल चासनाला कोलियरी की अपर सीम खदान में 12 सूत्री मांगों को लेकर सोमवार की रात्रि पाली से धरना पर बैठे ठेका मजदूरों का आंदोलन बुधवार की शाम खत्म हो गया. चालीस घंटे के बाद आंदोलनरत मजदूर खदान से बाहर आये. इससे पहले प्रबंधन एवं बीसीकेयू की सहायक श्रमायुक्त धनबाद के कार्यालय में वार्ता हुई. इसमें कहा गया कि आठ अगस्त एवं 17 अगस्त को प्रबंधन एवं यूनियन प्रतिनिधि आपस में वार्ता कर मजदूरों की समस्याओं का समाधान करेंगे तथा 21 अगस्त को एएलसी के कार्यालय में उपस्थित होकर निष्पादन करेंगे.
सहायक महाप्रबंधक अजय कुमार ने बताया कि अपर सीम खदान बंद होने से एक हजार टन कोयला उत्पादन प्रभावित हुआ है. दूसरे दिन कोल वाशरी एवं रॉ कोल ट्रांसपोर्टिंग मजदूरों ने बंद करा दी थी, जिससे काफी नुकसान हुआ है. वार्ता में एएलसी राघवेंद्र कोलरिया, मुख्य महाप्रबंधक कार्मिक प्रशासन संजय तिवारी, मुख्य महाप्रबंधक मो. अदनान, सेफ्टी प्रबंधक केपी महतो, सहायक महाप्रबंधक अजय कुमार के अलावा बीसीकेयू नेता सुंदर लाल महतो, योगेंद्र महतो, सुजीत भट्टाचार्य, सीएन घोष, समीर मंडल, जितेंद्र मिश्रा आदि उपस्थित थे.
एक मजदूर की स्थिति बिगड़ी, अस्पताल में भर्ती
40 घंटे से खदान के अंदर आंदोलनरत मजदूरों के स्वास्थ्य की जांच करने बुधवार को डॉक्टर नवीन सिंह पहुंचे. जांच के दौरान ठेका मजदूर राजू बाउरी की तबीयत ज्यादा खराब होने पर उसे खदान से बाहर लाया गया. उसे इलाज के लिए सेल चासनाला अस्पताल में भर्ती कराया गया. डॉ सिंह ने बताया कि कई मजदूरों का बीपी बढ़ा हुआ था. लेकिन मजदूर अपनी मांग पर अड़े रहे. इससे पहले मंगलवार की देर रात 43 ठेका मजदूर तबीयत बिगड़ने एवं घरेलू समस्या के चलते बाहर गये थे. बुधवार को खदान के अंदर 65 मजदूर धरना पर बैठे थे.