अभिषेक वर्मा, रजत चौहान और अमन सैनी की भारतीय पुरुष ‘कंपाउंड’ तीरंदाजी टीम ने विश्व कप के पहले चरण के रोमांचक फाइनल में शनिवार को यहां फ्रांस को एक अंक से हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया. भारत हालांकि ‘कंपाउंड’ में दूसरा पदक नहीं जीत पाया. वर्मा और मुस्कान किरार की मिश्रित युगल जोड़ी कांस्य पदक के ‘प्लेऑफ’ में क्रोएशिया से 156-157 से हार गयी.
‘कंपाउंड’ टीम स्पर्धा के पुरुष फाइनल में भारतीय टीम पहले सेट में अपने फ्रांसीसी प्रतिद्वंद्वियों जीन फिलिप बौल्च, क्वेंटिन बरार और एड्रियन गोंटियर से 56-57 से पिछड़ गयी. फ्रांसीसी टीम ने इसके बाद भी अपना अच्छा प्रदर्शन जारी रखा तथा भारतीय टीम एक समय 113-116 से तीन अंक से पिछड़ रही थी.
Also Read: 40वीं सीनियर नेशनल आर्चरी चैंपियनशिप में झारखंड की दीप्ति कुमारी बनीं राष्ट्रीय तीरंदाजी चैंपियन
भारतीय तीरंदाजों ने इसके बाद शानदार वापसी की और तीसरा सेट 60-58 के अंतर से जीतकर कुल स्कोर को 173-174 कर दिया. इसके बाद भारतीय खिलाड़ियों ने पीछे मुड़कर नहीं देखा तथा चौथे सेट में 59 का स्कोर बनाया जबकि फ्रांसीसी टीम दबाव में 57 अंक ही बना पायी. इस तरह से भारत ने एक अंक की बढ़त हासिल करके सोने का तमगा जीता.
विश्व कप में अपना पहला स्वर्ण पदक जीतने वाले 24 वर्षीय सैनी ने कहा कि मानसिक रूप से आज हम वास्तव में मजबूत थे. हम केवल इस प्रतियोगिता के लिए तैयारी कर रहे थे. इस साल एशियाई खेल भी होने हैं जिसमें हम अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि इस स्वर्ण पदक से हमारा विशेषकर अन्य विश्व कप के लिए मनोबल बढ़ेगा. उम्मीद है कि इससे हमें मदद मिलेगी.
तरुणदीप राय और ऋद्धि फोर की ‘रिकर्व’ मिश्रित युगल जोड़ी रविवार को स्वर्ण पदक के मुकाबले में उतरेगी. उन्होंने सेमीफाइनल में स्पेन को 5-3 से हराया था.