रांची, (खेल डेस्क) भारत चौथी बार हॉकी वर्ल्ड कप की मेजबानी करने जा रहा है. यह हॉकी वर्ल्ड कप का 15वां एडिशन है और ओड़िशा के भुवनेश्वर और राउरकेला में टूर्नामेंट के सभी मैच खेले जायेंगे. 11 जनवरी को कटक में इसका उद्घाटन होगा, लेकिन मुकाबले 13 से 29 जनवरी तक होंगे. उद्घाटन समारोह में रणवीर सिंह, दिशा पाटनी, प्रीतम समेत रंगारंग कार्यक्रम पशे करेंगे. दिलचस्प बात यह है कि अब तक हुए 14 संस्करणों में भारत सिर्फ एक बार 1975 में खिताब जीत सका है.
भारत को अपनी मेजबानी में इस बार 48 साल बाद दूसरे खिताब का इंतजार रहेगा. अब तक नौ देश ऐसे हैं, जिन्होंने हॉकी वर्ल्ड कप की मेजबानी की है, लेकिन इनमें से सिर्फ दो देश नीदरलैंड और जर्मनी ऐसे हैं, जिन्होंने अपनी मेजबानी में वर्ल्ड कप का खिताब जीतने का करिश्मा किया है.
इस बार भारत के पास नीदरलैंड और जर्मनी की तरह अपने घर में वर्ल्ड कप जीतने का बेहतरीन मौका है. भारत ने अभी तक तीन बार 1982, 2010 और 2018 में वर्ल्ड कप की मेजबानी की है. इन तीन एडिशन में उसका सबसे अच्छा प्रदर्शन 1982 में रहा था, तब भारतीय टीम पांचवें पायदान पर थी. 2010 में भारत आठवें और 2018 में छठे नंबर पर रहा था.
नीदरलैंड ने 1973 में पहली बार हॉकी वर्ल्ड कप की मेजबानी की और पहली ही बार में खिताब जीतकर इतिहास रच दिया. इस यूरोपियन टीम ने फाइनल में भारत को हरा कर वर्ल्ड चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया. फाइनल में तय समय में मुकाबला 2-2 से बराबर रहने के बाद पेनाल्टी शूटआउट में डच टीम ने 4-2 से जीत दर्ज की. तब वेस्ट जर्मनी ने तीसरा और पाकिस्तान ने चौथा स्थान हासिल किया. इसके बाद 1998 में नीदरलैंड ने इतिहास रचा. उसने फाइनल में स्पेन को 3-2 से पराजित कर तीसरी बार खिताब जीता. साथ ही नीदरलैंड पहला देश बना, जिसने दो बार अपने घर में खिताब जीता है. 1998 में जर्मनी तीसरे और ऑस्ट्रेलिया चौथे नंबर पर रहा था.
स्पेन, इंग्लैंड और पाकिस्तान ऐसे देश हैं, जो मेजबानी करते हुए रनर अप यानी उपविजेता बने हैं. 1971 में स्पेन ने मेजबानी की और उसे पाकिस्तान के हाथों शिकस्त मिली. 1986 में इंग्लैंड ने मेजबानी की और उसे ऑस्ट्रेलिया ने हराया. 1990 में पाकिस्तान मेजबान था और उसे फाइनल में नीदरलैंड्स ने हराया.
2006 में जर्मनी ने नीदरलैंड का करिश्मा दोहराया और अपनी ही जमीन पर खिताब जीता. उसने फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 4-3 से अंतर से हराया और दूसरी बार वर्ल्ड कप जीता. इसके जरिये उसने पाकिस्तान के बाद वर्ल्ड कप डिफेंड करने वाले दूसरे देश बनने का गौरव भी हासिल किया. जर्मनी ने 2006 से पहले 2002 में भी वर्ल्ड कप जीता था और तब भी ऑस्ट्रेलिया को हराया था. पाकिस्तान ने 1978 और 1982 में लगातार दो बार वर्ल्ड कप जीता था.
इस बार भारत के पास नीदरलैंड और जर्मनी की तरह अपने घर में वर्ल्ड कप जीतने का बेहतरीन मौका है. भारत ने अभी तक तीन बार 1982, 2010 और 2018 में वर्ल्ड कप की मेजबानी की है. इन तीन एडिशन में उसका सबसे अच्छा प्रदर्शन 1982 में रहा था, तब भारतीय टीम पांचवें पायदान पर थी. 2010 में भारत आठवें और 2018 में छठे नंबर पर रहा था.