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World Tourism Day 2023 Top 5 Historical Sites In Uttar Pradesh: यूपी की 5 प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थल यहां देखें

World Tourism Day 2023: विश्व पर्यटन दिवस हर साल 27 सितंबर को मनाया जाता है.चलिए जानते हैं विश्व पर्यटन दिवस के मौके पर उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक स्थलों के बारे में विस्तार से.

By Shweta Pandey | September 25, 2023 5:25 PM
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World Tourism Day 2023: विश्व पर्यटन दिवस हर साल 27 सितंबर को मनाया जाता है. यह दिन पर्यटन के महत्व और इसके सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक मूल्य के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है. विश्व पर्यटन दिवस की शुरुआत 1980 में संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (UNWTO) द्वारा की गई थी. चलिए जानते हैं विश्व पर्यटन दिवस के मौके पर उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक स्थलों के बारे में विस्तार से.

ताजमहल

आगरा में स्थित ताजमहल दुनिया के 7 अजूबों में से एक है. इसे 17वीं शताब्दी में मुगल सम्राट शाहजहाँ द्वारा अपनी पत्नी मुमताज़ महल की याद में बनवाया गया था. 1632 से 1653 तक चला और इसे उस समय के अद्वितीय मुग़ल वास्तुकला का उदाहरण माना जाता है. यह लाल किले के समीप यमुना नदी के किनारे स्थित है. ताजमहल का निर्माण उस समय शाहजहां द्वारा शुरू किया गया था, जब उनकी पत्नी मुमताज़ महल ने अपनी मृत्यु के पश्चात उनसे एक वादा किया था कि उसकी याद में दुनिया का सबसे सुंदर मकबरा बनाया जाए. ताजमहल के निर्माण में लाल पत्थर, सफेद मार्बल, पीतल, सोना, नीलम, मोती, मकरानी पत्थर और अन्य रत्नों का उपयोग किया गया है. ताजमहल के निर्माण में कुल मिलाकर लगभग 22 साल का समय लगा था. निर्माण का कार्य 1632 ईस्वी में शुरू हुआ और 1653 ईस्वी में पूरा हुआ. इसके दौरान लगभग 20,000 मजदूरों, शिल्पकारों, वास्तुकारों और कारीगरों का योगदान था. यह लंबे समय तक मेहनतपूर्वक और मेहनत से बनाया गया है, जो इसे एक आदर्श आर्किटेक्चरल मास्टरपीस बनाता है.

सारनाथ

उत्तर प्रदेश में ऐतिहासिक स्थलों में से एक सारनाथ है. सारनाथ एक प्रमुख बौद्ध तीर्थ स्थल है जो यूपी के वाराणसी (काशी) शहर के पास है. सारनाथ बौद्ध धर्म के अत्यंत महत्वपूर्ण स्थलों में से एक है, क्योंकि गौतम बुद्ध ने यहाँ पर पहली बार अपना धर्म प्रचार किया था. सारनाथ में बौद्ध धर्म के प्रमुख धर्मचक्र प्रवर्तन स्तूप (Dhamek Stupa) के पास स्थित है, जिसे धर्मचक्र प्रवर्तन स्तूप के नाम से भी जाना जाता है. यहाँ पर बौद्धों के लिए महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन, पूजा और मेले आयोजित होते हैं, जिनमें बौद्ध महासंघ के सदस्य भी भाग लेते हैं. सारनाथ में दूसरे महत्वपूर्ण स्थलों में श्रीलंकान स्तूप और धर्मराजिक स्तूप शामिल हैं, जो बौद्ध धर्म के चार प्रमुख स्थूपों में से हैं. यहाँ पर बौद्धों के लिए पूजा और ध्यान की जाती है. सारनाथ एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल भी है, जहाँ पर्यटक धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण स्थलों को देख सकते हैं और बौद्ध धर्म के इतिहास और धर्म के प्रति अधिक जान सकते हैं.

झांसी का किला

उत्तर प्रदेश में झांसी का किला (Jhansi Fort) एक ऐतिहासिक स्थल है. यह किला बारहवीं शताब्दी में राजपूत राजा बिर सिंह देव द्वारा बनवाया गया था. इस किले का निर्माण संघर्ष और युद्ध के समय हुआ था, और इसलिए यह किला रक्षाकवच के रूप में डिज़ाइन किया गया था. झांसी का किला का एक महत्वपूर्ण इतिहास है जब रानी लक्ष्मीबाई (रानी झांसी) ने 1857 की भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान इस किले का बहादुरी से बचाव किया था. वह झांसी की रानी थी और उन्होंने अपने योद्धाओं के साथ मिलकर इस किले की रक्षा की थी, जिसका परिणामस्व रूप यह किला एक महत्वपूर्ण प्रतीक बन गया है भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की वीरता और संघर्ष की. बता दें झांसी का किला आज एक पर्यटन स्थल के रूप में भी महत्वपूर्ण है और लोग यहाँ आकर रानी लक्ष्मीबाई और उनके योद्धाओं की महाकाव्य कथाओं को जानने के लिए आते हैं.

बड़ा इमामबाड़ा

लखनऊ में स्थित बड़ा इमामबाड़ा एक ऐतिहासिक इमारत है. यह 1784 में लखनऊ के नवाब आसफ-उद-दौला द्वारा बनाया गया था. नवाब ने 11 साल के अकाल के दौरान लोगों को रोजगार देने के लिए इमारत बनवाई थी. इसे आसफी इमामबाड़ा और भूलभुलैया के नाम से भी जाना जाता है. इसका केंद्रीय हॉल दुनिया का सबसे बड़ा वॉल्टेड चैंबर है. इमारत की छत तक जाने के लिए 84 सीढ़ियां हैं. देश विदेश से लोग यहां घूमने आते हैं.

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रामनगर किला

उत्तर प्रदेश के बनारस जिले के गंगा नदी के किनारे रामनगर किला है. यह 18वीं शताब्दी में काशी नरेश बलवंत सिंह द्वारा बनवाया गया था. किला चुनार के बलुआ पत्थर से बना है और मुगल शैली में बनाया गया है. किले में कई नक्काशीदार बालकनी, खुले आंगन, मंडप और एक दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर है. किले के कुछ हिस्से पर्यटकों के लिए खुले हैं, लेकिन बाकी किला काशी नरेश और उनके परिवार का घर है. बता दें यह किला अपनी प्राचीन मुगल-भारतीय वास्तुकला और सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है.

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