पिता की हत्या के बाद भी नहीं टूटा विनेश फोगाट का जज्बा, Tokyo Olympic में ‘गोल्डन गर्ल’ बन रचेंगी इतिहास!

Tokyo Olympics 2020, Vinesh Phogat : 2016 के रियो ओलिंपिक के क्वार्टर फाइनल में पहुंची थी, लेकिन आगे बढ़ने में असफल रहीं, क्योंकि चीन की सुन यानान के खिलाफ मैच के दौरान घुटना फ्रैक्चर हो गया था.

By Prabhat Khabar News Desk | July 11, 2021 12:18 PM

Tokyo Olympics 2020: टोक्यो 2020 ओलिंपिक के लिए अपना टिकट बुक करनेवाली पहली भारतीय पहलवान विनेश फोगाट भारत के लिए सबसे बड़े पदक उम्मीदवारों में से एक के रूप में उभरी हैं. हाल ही में पोलैंड ओपन में गोल्ड मेडल जीत कर उन्होंने इस दावे को पुख्ता कर दिया है. 26 वर्षीय विनेश फोगाट का इस साल का यह तीसरा मेडल था. इससे पहले उन्होंने मार्च में माटियो पेलिकोन और अप्रैल में एशियाई चैंपियनशिप का खिताब भी अपने नाम किया था. 26 वर्षीय पहलवान ने कजाकिस्तान के नूर-सुल्तान में हुई 2019 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में अपना ओलिंपिक स्थान पक्का किया और साथ ही कांस्य पदक जीतकर वर्ल्ड चैंपियनशिप इवेंट में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं थी.

चोट के चलते रियो में हो गयी थीं बाहर

2016 के रियो ओलिंपिक के क्वार्टर फाइनल में पहुंची थी, लेकिन आगे बढ़ने में असफल रहीं, क्योंकि चीन की सुन यानान के खिलाफ मैच के दौरान घुटना फ्रैक्चर हो गया था. आगे के टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले सकी थीं.

  • साल 2013 में एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप से कुश्ती के करियर की शुरुआत की .

  • बचपन में जमीन विवाद की वजह से उनके पिता की हत्या हो गयी.

  • विनेश ने अपनी चचेरी बहनों के साथ ही पहलवानी के गुर सीखे.

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ऐसा रहा है अब तक का प्रदर्शन 

  • 2014 ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेल

महिला फ्रीस्टाइल 48 किग्रा भार वर्ग स्पर्धा में गोल्ड जीता था

  • 2018 एशियाई खेल

स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनी थी

  • 2018 के राष्ट्रमंडल खेल

विनेश ने इस आयोजन में अपना दूसरा स्वर्ण पदक जीता था

  • 2019 विश्व चैंपियनशिप

53 किग्रा भारवर्ग में कांस्य पदक जीतने के साथ ओलिंपिक कोटा हासिल किया

  • 2021 एशियाई चैंपियनशिप

एशियाई चैंपियनशिप में विनेश फोगाट ने अपना पहला स्वर्ण पदक जीता

विनेश को इनसे मिलेगी चुनौती

  • मायू मुकाइडा (जापान) : दो बार की विश्व चैंपियन और युवा ओलिंपिक विजेता मायू मुकाइडा फोगाट की राह में सबसे बड़ी बाधा होंगी. वह महिलाओं की कुश्ती में एक उभरती हुई सितारा हैं और उन्हें जापान की कुश्ती दिग्गज साओरी योशिदा के उत्तराधिकारी के रूप में माना जाता है. फोगाट को तोक्यो में तीन मुकाबलों के बाद इस जापानी रेसलर को हराना होगा.

  • पैंग कियानयु (चीन) : दो बार की विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक विजेता और पूर्व एशियाई चैंपियन कियानयु की जीत का ट्रैक-रिकॉर्ड मुकाइडा के जैसा है, लेकिन विनेश फोगाट और चीनी पहलवान में काफी कड़ी टक्कर देखने को मिली है. दोनों के बीच अतीत में कई रोमांचक मुकाबले देखने को मिले हैं, विनेश फोगाट ने 2019 एशियाई चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने के लिए इस चीनी प्रतिद्वंद्वी को हराया था.

  • सोफिया मैटसन (स्वीडन) : ओलंपिक कांस्य पदक विजेता मैटसन ओलिंपिक की अनुभवी दावेदारों में से एक हैं. रियो 2016 की 53 किग्रा वर्ग में शानदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक जीता था. 31 साल की होने के बावजूद यह पहलवान अपने शानदार ट्रैक रिकॉर्ड की वजह से जापान में पदक की बड़ी दावेदार होंगी. 2019 विश्व चैंपियनशिप के पहले राउंड में विनेश फोगाट ने सोफिया को हराया था, लेकिन मैटसन उसके बाद से अच्छी फॉर्म में हैं.

  • मंगोलियाई पहलवान बैट-ओशिरिन बोलोर्टुया, पोलैंड की रोकसाना जसीना और बेलारूस की वनेसा कलादजिंस्काया भी टोक्यो में विनेश फोगाट के लिए चुनौती होंगी.

Posted by : Rajat Kumar

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