बॉलीवुड अभिनेत्री यामी गौतम धर की फिल्म ‘चोर निकलकर भागा’ आज ओटीटी प्लेटफार्म नेटफ्लिक्स पर दस्तक देने जा रही है. इस फिल्म को वह पूरी तरह से एंटरटेनर थ्रिलर करार देती हैं. उर्मिला कोरी से हुईं बातचीत के प्रमुख अंश…
चोर निकलकर भागा की खास बात आपको क्या अपील कर गया था?
यह बहुत ही एंटरटेनिंग फिल्म है. जब मुझे इस फिल्म के निर्देशक अजय सिंह ने फिल्म की स्क्रिप्ट सुनायी. मुझे यह फिल्म अपील कर गयी थी. कहानी सुनते हुए लग रहा था कि ये कहानी यहां ये मोड़ लेगी. यहां शायद ऐसा होगा, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं होता है.
एक के बाद एक आपकी फिल्में ओटीटी पर रिलीज हो रही हैं, क्या आप अपनी फिल्म के थिएटर में रिलीज को मिस नहीं कर रही हैं?
शुरूआत से ही तय था कि यह फिल्म ओटीटी पर रिलीज होगी. यह नेटफ्लिक्स ओरिजिनल फिल्म है. यह मेरी पांचवीं ओटीटी रिलीज है. मैंने ऐसा कभी नहीं सोचा था. हां, हम सभी खुद को बड़े पर्दे पर देखना चाहते हैं, इससे इनकार नहीं है. एक कलाकार के तौर पर हम थिएटर में रिलीज देखना चाहते हैं, लेकिन समय बदल गया है. निर्माताओं का विशेषाधिकार है कि वह अपनी फिल्म को कहां रिलीज करना चाहते हैं. वे सोचते हैं कि उन्हें कहां से अच्छा रिटर्न मिल सकता है. यह लागत के बारे में है और वे इसे कैसे वसूलेंगे. यह चांस लेने के बारे में नहीं है. हां पहले के दौर के निर्माता कट्टर सिनेमा प्रेमी थे. वे अपना घर तक फिल्म बनाने के लिए बेच देते थे, लेकिन अब चीजें बदल गई हैं. हमें उम्मीद है कि ओटीटी में रिलीज होने की वजह से ज्यादा से ज्यादा लोग इसे देखेंगे.
उरी में आपने विक्की कौशल के साथ काम किया था, सनी के साथ आप इस फिल्म में काम कर रही हैं, दोनों भाइयों में क्या खास बात आपको लगी?
दोनों ही बुद्धिमान और गंभीर हैं और एक अच्छे सह-अभिनेता हैं. दोनों बहुत ही सिक्योर एक्टर हैं. अच्छा एक्टर सिक्योर भी हो, ये बहुत कम होता है, लेकिन ये दोनों भाई हैं. पंजाबी संगीत के प्रति उनका प्रेम बहुत अच्छा है. मुझे उनमें कुछ भी नकारात्मक नहीं लगता.
आपके कैरियर को देखें तो आप लगातार अपनी भूमिकाओं के लिए सराही जा रही हैं, आप अपना लकी चार्म किसे कहेंगी?
(हंसते हुए) मेरा लकी चार्म मेरे पति हैं. वैसे इसे ऐसा भी कह सकते हैं कि संयोग ऐसा आया कि मेरे अंदर कुछ ऐसा बदला कि मेरे अंदर का डर दूर हो गया. इंडस्ट्री में रहते हुए कई बार ऐसा हो जाता है कि आप खुद को भूलकर सिस्टम के साथ चलने लगते हैं. ये करूंगी, तो सुरक्षित फैसला होगा और वही गलती हो जाती है. मैंने अब डरना बंद कर दिया है कि कुछ अच्छा या बुरा हो सकता है. ये सब नहीं सोचती हूं, बस अपना काम ईमानदारी से करती हूं, क्योंकि यह ईमानदारी ही काम करेगी.
अपने भीतर के इस डर को निकालने का प्रोसेस कितना मुश्किल था?
मुझे लगातार आलोचना मिल रही थी. यह मुश्किल था, आपको धैर्य रखना होता है. स्क्रिप्ट ढूंढनी होती है. मेरी पहली फिल्म विक्की डोनर जब रिलीज हुई थी, मेरी कोई छवि नहीं थी. मैंने सोचा कि मुझे वैसा ही कुछ करने की जरूरत है. वो जरूरत बाला और उरी से पूरी हुई. मुझे समझ आ गया कि मुझे क्या करना है. हां इस दौरान मेरा परिवार मेरा इमोशनल सिस्टम था, अगर मेरे पास वह सपोर्ट नहीं होता तो शायद मैं इंडस्ट्री में नहीं रह पाती थी.
पिछले कुछ समय से यह चर्चा है कि आजकल एक्टर्स के साथ उनकी बहुत बड़ी टीम होती है, जो शूटिंग पर भी हावी होती है ?
मेरे पास भी मेरा स्टाफ है, लेकिन जब मेरी शूटिंग शुरू हो जाती है, तो मुझे अकेले रहना अच्छा लगता है. मैं सेट पर अपने आसपास हर समय किसी और को पसंद नहीं करती. जब मुझे किसी की जरूरत होती है तो मैं उन्हें बुलाती हूं.
आपकी आने वाली फिल्में?
मैंने धूमधाम की डबिंग खत्म कर दी है, ओह माय गॉड 2 पूरी हो चुकी है. उमेश ने एक बेहतरीन फिल्म बनाई है.
धूमधाम फिल्म से आप बतौर निर्माता भी शुरुआत कर रही हैं?
यह एक कठिन काम होता है. एक सीमित बजट में आपको फिल्म बनानी होती है. यह आसान नहीं होता है, लेकिन आदित्य को चीजों को बैलेंस करना अच्छे से आता है. मैंने फिल्म देखी है और मैं फिल्म के हर डिपार्टमेंट में उनके साथ जुड़ी हुई थी. मुझे इस पर काम करने में मजा आया.