Yas Cyclone 2021: स्वास्थ्य केंद्रों में दवाओं का भंडार सुनिश्चित करें, केंद्र ने बंगाल समेत इन राज्यों को दिया निर्देश
यश तूफान के दौरान आपात स्थिति से निबटने के लिए केंद्र ने बंगाल समेत कई राज्यों को दिये ये निर्देश.
कोलकाता/नयी दिल्ली : अम्फान जैसे सुपर साइक्लोन यश के दस्तक देने से पहले ही पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों को केंद्र सरकार ने दवाओं का भंडारण करने के लिए कहा है. केंद्र सरकार ने आंध्रप्रदेश, ओड़िशा, तमिलनाडु और अंडमान निकोबार द्वीपसमूह से सुनिश्चित करने को कहा है कि स्वास्थ्य केंद्रों पर आवश्यक दवाओं तथा संसाधनों का भंडार रखा जाये, ताकि यश तूफान के दौरान किसी भी आपात स्थिति से निबटा जा सके. चक्रवाती तूफान यश इस महीने के आखिर में देश के पूर्वी तटीय क्षेत्र में दस्तक दे सकता है.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने पश्चिम बंगाल, ओड़िशा, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु और अंडमान निकोबार द्वीपसमूह के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर कहा है कि कोरोना वायरस महामारी पहले से ही सार्वजनिक स्वास्थ्य संबंधी चुनौती है, जो अस्थायी शिविरों में रहने वाले विस्थापित लोगों में पैदा हो सकने वाली जल, मच्छर और हवा जनित बीमारियों के स्वास्थ्य जोखिम के कारण और जटिल हो सकती हैं.
भूषण ने इन राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से कहा है कि स्वास्थ्य क्षेत्र से संबंधित घटनाक्रमों को नियंत्रित करने वाली प्रणाली और आपात परिचालन केंद्र/नियंत्रण कक्ष को सक्रिय करें तथा एक नोडल अधिकारी नियुक्त करने के साथ ही उनका संपर्क ब्योरा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजें. उन्होंने तूफान के रास्ते में पड़ने वाले सामुदायिक और स्वास्थ्य केंद्रों से लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों या बड़े अस्पतालों में पहुंचाने की योजना पहले ही बनाने पर जोर दिया.
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मौसम विज्ञान विभाग ने इससे पहले यश तूफान की जानकारी देते हुए कहा था कि 22 मई को उत्तरी अंडमान सागर और आसपास की पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है. विभाग के चक्रवात चेतावनी प्रकोष्ठ ने जानकारी दी, ‘इसके अगले 72 घंटों में धीरे-धीरे चक्रवाती तूफान में बदलने की पूरी संभावना है. यह उत्तर पश्चिम दिशा की ओर बढ़ सकता है और 26 मई की शाम के आसपास पश्चिम बंगाल-ओड़िशा के तटों तक पहुंच सकता है.’
ओड़िशा और पश्चिम बंगाल में तूफान का असर होने के अलावा अंडमान निकोबार द्वीपसमूह तथा पूर्वी तट के जिलों में तेज बारिश हो सकती है और बाढ़ के हालात भी पैदा हो सकते हैं.
Posted By: Mithilesh Jha