Year Ender 2022: झारखंड के खरसावां को मिला दूसरा डिग्री कॉलेज, महिला कॉलेज को 6 साल बाद मिला अपना भवन
डिग्री कॉलेज में फिलहाल इतिहास, हिंदी व अंग्रेजी विषय में स्नातक तथा इतिहास, राजनीति विज्ञान व हिंदी के विषय में पीजी की पढ़ाई शुरू हो गयी है. इसके साथ ही व्यावसायिक शिक्षा में बीसीए, बीबीए की भी पढ़ाई होगी. लगभग 4 एकड़ भूमि में फैले इस कॉलेज में सभी तरह की अत्याधुनिक सुविधा उपलब्ध हैं
Year Ender 2022: वर्ष 2022 सरायकेला-खरसावां के लिए शिक्षा के क्षेत्र में उपलब्धियों वाला साल रहा. इस वर्ष खरसावां को दूसरा डिग्री कॉलेज मिला, तो जिले के एक मात्र महिला कॉलेज को 6 साल बाद सरायकेला में अपना भवन मिला. इस वर्ष खरसावां के असुरा में डिग्री कॉलेज खोला गया. करीब 9.18 करोड़ की लागत बने डिग्री कॉलेज में यूजी के साथ-साथ पीजी की भी पढ़ाई शुरू की गयी है.
व्यावसायिक शिक्षा की भी होगी पढ़ाई
डिग्री कॉलेज में फिलहाल इतिहास, हिंदी व अंग्रेजी विषय में स्नातक तथा इतिहास, राजनीति विज्ञान व हिंदी के विषय में पीजी की पढ़ाई शुरू हो गयी है. इसके साथ ही व्यावसायिक शिक्षा में बीसीए, बीबीए की भी पढ़ाई होगी. लगभग 4 एकड़ भूमि में फैले इस कॉलेज में सभी तरह की अत्याधुनिक सुविधा उपलब्ध हैं. दो मंजिला कॉलेज में लिफ्ट तक की व्यवस्था है. मालूम हो कि खरसावां के बंदिराम में पूर्व से ही एक मॉडल डिग्री कॉलेज संचालित है.
महिला कॉलेज में शुरू हुई पीजी की पढ़ाई
खरसावां के पुराने पॉलिटेक्निक कॉलेज परिसर में संचालित जिले के एक मात्र महिला कॉलेज को इस वर्ष सरायकेला के टांगरानी में शिफ्ट कर दिया गया. करीब छह साल बाद महिला कॉलेज को अपना भवन मिला. करीब आठ एकड़ के परिसर में 9.74 करोड़ की लागत से महिला कॉलेज भव्य कैंपस तैयार किया गया है. वर्ष 2016 से यह कॉलेज खरसावां में संचालित हो रहा था. इस वर्ष से महिला कॉलेज में यूजी के साथ-साथ पीजी की भी पढ़ाई शुरू कर दी गयी है. हिंदी, इतिहास, राजनीति विज्ञान विषय में पीजी की पढ़ाई शुरू हो गयी है. साथ ही पूर्व से ही इतिहास, अंग्रेजी, हिंदी, राजनीति विज्ञान व भूगोल विषय में स्नातक की पढ़ाई हो रही है.
नये कैंपस में शिफ्ट हुआ मॉडल स्कूल
राज्य सरकार की ओर से संचालित मॉडल इंग्लिश स्कूल को इस वर्ष अपना नया भवन मिला. पूर्व में यह विद्यालय खरसावां के गोंदपुर में संचालित हो रहा था. इस वर्ष खरसावां के असुरा में बने नये कैंपस में इसे स्थानांतरित कर दिया गया. यहां अंग्रेजी मीडियम में कक्षा छह से प्लस टू तक की पढ़ाई होती है.
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राजनगर व कुचाई के लिये एकलव्य विद्यालय की मिली स्वीकृति
भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय की ओर से जिले के दो प्रखंडों में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय की स्वीकृति दी गयी है. कुचाई व राजनगर प्रखंड में करीब 24 करोड़ की लागत से एक-एक एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय की स्थापना होगी. इन स्कूलों में कक्षा छह से लेकर 12 तक की पढ़ाई के साथ-साथ चार प्रकार के खेलों की भी व्यवस्था होगी.
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गम्हरिया में बनेगा कोल्हान का पहला पिछड़ा वर्ग आवासीय विद्यालय
गम्हरिया के नुवागढ़ में कोल्हान का पहला व एक मात्र पिछड़ा वर्ग आवासीय विद्यालय की स्थापना होगी. 13.51 करोड़ की लागत से बनने वाले इस स्कूल में पिछड़े वर्ग के विद्यार्थी रहकर पढ़ाई कर सकेंगे. इस वर्ष सिंहभूम कॉलेज चांडिल में 1.16 करोड़ की लागत से नये भवन का निर्माण को स्वीकृति मिल गयी है. साथ ही चांडिल के रुदिया 12.10 करोड़ की लागत से अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय की स्थापना की जायेगी. इन सभी योजनाओं पर कार्य शुरू हो गया है.
रिपोर्ट : शचिंद्र कुमार दाश, खरसावां