योग गुरु आनंद गिरि ने जज से जेल में स्थित मंदिर में सुंदरकांड और पूजा करने की मांगी इजाजत, कही यह बात
नैनी सेंट्रल जेल में निरूद्ध आनंद गिरि ने जिला जज से प्रार्थना पत्र के माध्यम से जेल में स्थित मंदिर में पूजा पाठ और हनुमान चालीसा का पाठ करने की इजाजत मांगी है. आनंद गिरि ने कहा है कि वह प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करता है.
Prayagraj News: बाघंबरी गद्दी के महंत व अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी की कथित मौत मामले में आरोपी नैनी जेल में निरुद्ध योग गुरु आनंद गिरि (अशोक चोटिया) ने अधिवक्ता के द्वारा जिला जज के समक्ष प्रार्थना प्रस्तुत कर जेल में सुंदर काण्ड और पूजा पाठ की इजाजत मांगी है. इस संबंध में शासकीय अधिवक्ता ने कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत होते हुए जेल अधिक्षक से रिपोर्ट मांगी है. मामले में अगली सुनवाई 29 अप्रैल को होगी.
आनंद गिरि की ओर से प्रस्तुत प्रार्थना पत्र के माध्यम से कोर्ट को बताया गया की 22 सितंबर से वह नैनी जेल में न्यायिक अभिरक्षा में निरुद्ध है. वह संत, कथावाचक व पुजारी है. नैनी जेल की एक कोठरी में बंद है. वह जब भी कोठरी से बाहर निकालने के लिए कहता है, उसे बाहर नहीं निकाला जाता, जिसका बुरा असर उसके स्वास्थ्य पर पड़ रहा है.
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जेल में स्थित मंदिर में पूजा पाठ के लिए मांगी इजाजत
नैनी सेंट्रल जेल में निरूद्ध आनंद गिरि ने जिला जज से प्रार्थना पत्र के माध्यम से जेल में स्थित मंदिर में पूजा पाठ और हनुमान चालीसा का पाठ करने की इजाजत मांगी है. उसका कहना है कि वह प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करता है. इसके साथ ही मूलभूत सुविधाएं प्रदान करने को भी अपील की. मामले में अगली सुनवाई 29 अप्रैल को होगी.
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गौरतलब है कि अखाड़ा के अध्यक्ष व महंत नरेंद्र गिरी की 20 सितंबर को बाघंबरी गद्दी मठ के कमरे में मृत पाए गए थे. उनकी मौत फांसी के फंदे पर लटकने के कारण हुई थी. वहीं, इस मामले में कमरे से बरामद नौ पन्नों के सुसाइड नोट के मुताबिक आनंद गिरि समेत तीन लोगों को आरोपी बनाया गया था.
रिपोर्ट – एस के इलाहाबादी