कोलकाता : योग गुरु बाबा रामदेव (Baba Ramdev) की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है. दिल्ली के बाद अब पश्चिम बंगाल में भी रामदेव के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज किया गया है. आईएमए (IMA) की बंगाल शाखा ने सीधी पुलिस स्टेशन में बाबा रामदेव के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. वहीं सभी जिलों की आईएमए शाखाएं भी अपने जिले में बाबा के खिलाफ मामला दर्ज कराने की तैयारी में हैं.
सबसे पहले बाबा रामदेव पर आईएमए ने दिल्ली में मामला दर्ज कराया था. आईएमए के महासचिव डॉ जयेस लेले ने दिल्ली में एफआईआर दर्ज कराया था. इससे पहले आईएमए उत्तराखंड ने बाबा रामदेव को 1000 करोड़ रुपये के मानहानि का नोटिस भेजा है. इस नोटिस में बाबा रामदेव से माफी मांगने को कहा गया है और ऐसा नहीं करने पर उनपर 1000 करोड़ रुपये का मानहानि का क्लेम किया गया है.
बाबा रामदेव पर आरोप है कि उन्होंने एलोपैथी चिकित्सा और आधुनिक विज्ञान के खिलाफ गलतबयानी की है. उनपर यह भी आरोप लगाया गया है कि उनके बयान से कोरोनावायरस के खिलाफ जंग में सबसे आगे रहने वाले डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों का अपमान हुआ है. हालांकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की कड़ी आपत्ति के बाद बाबा रामदेव ने अपना बयान वापस ले लिया था.
1000 करोड़ के नोटिस पर पतंजलि योग पीठ के महासचिव आचार्य बालकृष्ण ने कहा था कि इसका हम करारा जवाब देंगे. बाबा रामदेव के बयान के बाद आईएमए ने लिखित रूप से उनसे 25 सवाल पूछे थे. जिसमें मनुष्य हो होने वाली कई गंभीर बीमारियों का जिक्र किया गया था और पूछा गया था कि क्या आयुर्वेद में इन बीमारियों का कोई स्थायी इलाज है.
बाबा रामदेव का एक और वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उन्हें कहते सुना जा रहा है कि मुझे तो उनका बाप भी गिरफ्तार नहीं कर सकता है. बता दें कि सोशल मीडिया पर बाबा रामदेव के खिलाफ कई हैचटैग चलाये जा रहे हैं, जिनमें ‘अरेस्ट रामदेव’ ट्रेंड पर है. इसी पर एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने मजाक उड़ाते हुए कहा कि अरेस्ट तो खैर उनका बाप भी नहीं कर सकता स्वामी रामदेव को.
Posted By: Amlesh Nandan.