गोरखपुर के माफिया अजीत शाही के अवैध कब्जों पर गरजा बाबा का बुलडोजर, नगर निगम की जमीन बना रखा था मैरिज हाउस
गोरखपुर जिले के टॉप 10 सूची में शामिल माफिया अजीत शाही ने नगर निगम की जमीन पर अवैध तरीके से कब्जा करके मैरिज हाउस बनवा लिया था. जिस पर प्रशासन ने बुलडोजर चला दिया है. माफिया अजीत शाही पर 36 से अधिक मुकदमे दर्ज किए गए हैं. पुलिस का दबाव बढ़ने पर माफिया ने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया था.
गोरखपुर : उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एक बार फिर माफिया पर बुलडोजर चला है. कोर्ट में आत्मसमर्पण कर चुके माफिया अजीत शाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है. गोरखपुर नगर निगम ने सोमवार को माफिया अजीत शाही द्वारा काली कमाई से बनाए गए मकान, दुकान और गोदाम पर बुलडोजर चलवा दिया. पिछली सरकारों में नगर निगम की जमीन पर अवैध रूप से माफिया अजीत शाही ने कब्जा कर लिया था. उसने इन जमीनों पर अपनी दुकान और ऑफिस बना रखा था.
नगर निगम की जमीन पर कब्जा
गोरखपुर फल मंडी रोड पर स्थित बेतियाहाता में नगर निगम की बेशकीमती 31 डिस्मिल जमीन पर माफिया अजीत शाही मैरिज हाउस बनाकर चला रहा था. लेकिन, अजीत शाही पर लगातार कसे जा रहे शिकंजे के क्रम में सोमवार को नगर निगम की टीम ने पुलिस की मौजूदगी में मैरेज हाउस में बनाए गए कमरे, रसोई, शौचालय और स्नानघर को तोड़कर जमींदोज कर दिया गया. वहीं चाहदीवारी तोड़कर पूरी जमीन को प्रशासन ने अपने कब्जे में ले लिया है. माफिया के कब्जे से मुक्त कराई गई जमीन की कीमत करीब 14 करोड़ रुपए बताई जा रही है.
माफिया अजीत शाही पर दर्ज हैं कई मामले
जानकारी के मुताबिक, गोरखपुर जिले के टॉप 10 सूची में शामिल माफिया अजीत शाही पर 36 से अधिक मुकदमे गोरखपुर में दर्ज किए गए हैं, इसमें हत्या, आर्म्स एक्ट, गैंगस्टर, धमकी और रंगदारी जैसे गंभीर मामले शामिल हैं. साथ ही रेलवे कोऑपरेटिव बैंक में जाकर धमकाने और रंगदारी मांगने के बाद केस दर्ज किया गया था.
पुलिस का दबाव बढ़ने पर माफिया ने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया था. लेकिन अब बारी है उसकी क्राइम हिस्ट्री को खोलकर उसके सभी गुनाहों का हिसाब करने का और इसके लिए गोरखपुर पुलिस एक्टिव भी है. फिलहाल पुलिस की नजर उसके अतिक्रमण वाले मकान के हिस्से पर है. पुलिस की रिपोर्ट पर डीएम ने अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया, जिसके बाद एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई और नगर निगम की टीम ने अतिक्रमण को जमींदोज कर दिया.
रिपोर्ट –कुमार प्रदीप,गोरखपुर