पश्चिम बंगाल:युवक की मौत से नाराज लोगों पर लाठी चार्ज, भड़के लोगों का पुलिस पर पथराव, डिप्टी मेयर समेत कई घायल
स्थानीय लोगों और परिवार का दावा था कि तन्मय की मौत पुलिस के कारण ही हुई है. परिवार के लोगों का आरोप है की तन्मय बेंगलुरु में काम करता था, लेकिन लॉकडाउन के कारण उसकी नौकरी छूट गई थी. इसके बाद वह अपने घर सिउड़ी लौट आया था. मृतक के पिता प्रदीप दास का दावा है कि पुलिस के दबाव के कारण उसने सुसाइड कर ली.
बीरभूम (पश्चिम बंगाल), मुकेश तिवारी. बीरभूम जिले के सिउड़ी में रविवार को एक युवक की अस्वाभाविक मौत की घटना के बाद भड़की भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया. इसके बाद भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज किया. इसके बाद स्थानीय पब्लिक और भड़क गई. इस बीच पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच झड़प में इलाका रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. बाद में भारी संख्या में पुलिस बल के उतरने के बाद स्थिति नियंत्रण में आई. इसमें डिप्टी मेयर भी घायल हो गए हैं. घटना के संबंध में बताया जाता है की सिउड़ी थाना क्षेत्र के तीन नंबर वार्ड के रक्षाकालीतला निवासी तन्मय दास (27 वर्ष) का रविवार को उसके घर से फांसी से झूलता शव मिला. घटना के बाद परिवार तथा स्थानीय लोगों ने शव को सड़क पर रख सिउड़ी सैंथिया बाईपास सड़क पर विरोध दर्ज कराया.
पुलिस पर परिजनों का गंभीर आरोप
स्थानीय लोगों और परिवार का दावा था कि तन्मय की मौत पुलिस के कारण ही हुई है. परिवार के लोगों का आरोप है की तन्मय बेंगलुरु में काम करता था, लेकिन लॉकडाउन के कारण उसकी नौकरी छूट गई थी. इसके बाद वह अपने घर सिउड़ी लौट आया था. मृत तन्मय के पिता प्रदीप दास का दावा है कि कोलकाता के किसी व्यक्ति ने लॉटरी से जुड़ा मामला तन्मय पर दर्ज कराया था. उस मामले की एफआईआर में तन्मय का नाम नहीं था. हालांकि, उसका नाम पुलिस चार्जशीट में था. नतीजतन, पुलिस लगातार तन्मय पर दबाव बना रही थी. पिता का आरोप है कि तन्मय की कोई जॉब नहीं थी. उस पर पुलिस द्वारा जबरन दबाव बढ़ रहा था. डबल शॉक के कारण मानसिक रूप से परेशान तन्मय ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
पुलिस ने किया लाठी चार्ज
आज रविवार की सुबह फांसी पर लटका शव मिलने के बाद स्थानीय लोगों ने शव सड़क पर रख कर सड़क जाम कर दिया और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस बीच पुलिस को सड़क जाम की सूचना मिली. सिउड़ी थाने का भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया. पुलिस मौके पर पहुंची तो देखा कि सिउड़ी-सैंथिया बाईपास पर जाम लगा हुआ है. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने की कोशिश की. जिससे आसपास के लोग नाराज हो गए. भड़के प्रदर्शनकारियों ने पथराव कर सिउड़ी थाने की पुलिस पर हमला किया. स्थिति तनावपूर्ण हो गई. पुलिस की गाड़ी पर पत्थर फेंके गए. पुलिस वाहन में तोड़फोड़ की गयी. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए लाठीचार्ज कर दिया और खदेड़ना शुरू किया. इसके बाद आक्रोशित प्रदर्शनकारी और भड़क गए. पुलिस के साथ संघर्ष की घटना घटने से समूचा इलाका रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. इसके बाद भारी संख्या में और पुलिस बल उतारा गया. फिर लाठी चार्ज कर परिस्थिति को नियंत्रित किया गया. शव को बरामद कर उसे पोस्टमार्टम के लिए पुलिस ने सिउड़ी सदर अस्पताल भेज दिया. बताया जाता है कि इस बीच युवक के घर के पास ही सिउड़ी नगर पालिका के डिप्टी मेयर विद्यासागर साव का घर है. वह प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए मौके पर गए थे. उनपर भी आक्रोशितों ने पत्थर फेंके. इस पथराव में विद्यासागर साव चोटिल हो गए हैं. उनको सिउड़ी सदर अस्पताल में भर्ती किया गया है. इस झड़प में कई पुलिस और प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं.