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यूट्यूबर Elvish Yadav से नोएडा पुलिस ने की पूछताछ, योगी सरकार के मंत्री ने कह दी बड़ी बात

बिग बॉस ओटीटी के विनर व यूट्यूबर एल्विश यादव की सांपों की जहर वाली रेव पार्टी मामले में नोएडा पुलिस ने करीब 3 घंटे पूछताछ की है. एल्विश यादव मीडिया से बचने के लिए रात 12 बजे कोतवाली सेक्टर थाने पहुंचा. वहीं यूपी सरकार के वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अरुण सक्सेना ने बड़ी बात कही है.

बिग बॉस ओटीटी के विनर व यूट्यूबर एल्विश यादव की सांपों की जहर वाली रेव पार्टी मामले में नोएडा पुलिस ने करीब तीन घंटे पूछताछ की है. एल्विश यादव मीडिया से बचने के लिए रात 12 बजे कोतवाली सेक्टर थाने पहुंचा. यहां DCP,ACP लेवल के अधिकारियों ने उससे पूछताछ की. पुलिस ने दोबारा एल्विश को आने के लिए बोला है. अब पुलिस राहुल को रिमांड पर लेकर आमने-सामने बैठा कर पूछताछ करना चाहती है. नोएडा पुलिस ने मंगलवार को एल्विश यादव को नोटिस भेजकर इस प्रकरण में पूछताछ के लिए बुलाया था. इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. वहीं, पुलिस की टीमें जांच में जुटी हुई है. उधर, मंगलवार को सूरजपुर कोर्ट में इस मामले में गिरफ्तार पांचों आरोपियों की 14 दिन की डिमांड पर सुनवाई चली. कोर्ट ने सुनवाई के बाद पुलिस कस्टडी रिमांड पर फैसला सुरक्षित रख लिया है. नोएडा जोन के डीसीपी हरीश चंदर ने बताया कि एल्विश यादव को पूछताछ के लिए बुलाया गया है. इसके लिए नोटिस भेजा गया है. पुलिस की टीमें लगातार सभी एंगल पर जांच कर रही हैं. मामले से जुड़े सभी तरह के साक्ष्यों का संकलन किया जा रहा है.

योगी सरकार के मंत्री ने कही यह बात

वहीं दूसरी ओर यूपी सरकार के वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अरुण सक्सेना से एल्विश यादव वाले मामले पर जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि इस प्रकरण में कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी. कोई भी हस्ती, चाहे वह कितनी भी बड़ी हो, कानून से ऊपर नहीं है.

बरामद पांच कोबरा सांपों की निकाल ली गई थी विष ग्रंथि

बरामद किए गए सभी नौ सांपों का वन विभाग के अधिकारियों ने डिप्टी सीवीओ के पैनल से मेडिकल परीक्षण कराया. इसमें पता चला कि बरामद किए पांच सांपों की विष ग्रंथि निकाली गई थी. आरोपियों ने कोबरा की विष भी निकाल लिया था. यह पुलिस और वन अधिकारियों के जांच का विषय है कि निकाले गए विष का आरोपी क्या करते थे. आरोपियों से पुलिस ने विष भी बरामद किया था. आरोपियों पर रेव पार्टी आदि में विष बेचने के भी आरोप लगे थे. शेष बरामद चार सांप विषैले नहीं है. सभी सांपों को न्यायालय से अनुमति लेकर जंगल छोड़ दिया गया है.

पाचन एंजाइम छीनना है विष ग्रंथियों को निकालना

वहीं शिकायत दर्ज कराने वाली टीम के शामिल सौरभ गुप्ता का कहना है कि सांपों का जहर निकालकर नशे आदि के लिए बिक्री का अवैध धंधा किया जा रहा था. इसके बाद सांपों का आर्थिक लाभ के लिए पार्टियों में इस्तेमाल किया जा रहा था. सांप के लिए उनकी विष ग्रंथियों को निकालना उनका पाचन एंजाइम छीनना है. यह एक तरह से सभी लार ग्रंथियों को निकालने के समान है. इससे सांपों का पाचन तंत्र खराब हो जाता है. वहीं वकील विशाल गौतम ने बताया कि सांप का विष एंटी वेनम और कैंसर पेंशेंट के लिए दवा बनाने के काम आता है. इसके अलावा लोग सांप के विष का उपयोग नशे के लिए करते हैं. कॉस्टमेटिक के सामान और कीमती इत्र में भी इसका प्रयोग किया जाता है. कोबरा शेड्यूल-एक श्रेणी का जीव है. कोबरा शेड्यूल-एक श्रेणी का जीव है और विष ग्रंथि निकालना क्रूरता की श्रेणी में आता है. इस अपराध में दोष सिद्ध होने पर दोषी को सात साल तक की सजा हो सकती है.

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