चाकुलिया : इस माह में कई बार आयी आंधी और ओलावृष्टि से वनोत्पाद को भारी नुकसान हुआ है. इससे गरीबों की आमदनी को करारा झटका लगा है. इस मौसम में विभिन्न प्रकार के वनोत्पाद से गरीबों को अच्छी खासी आमदनी हो जाती थी.
विदित हो कि चाकुलिया वन क्षेत्र समेत मुसाबनी वन क्षेत्र के गुड़ाबांदा समेत अन्य कई जगहों पर वनोत्पाद गरीबों की आमदनी का प्रमुख जरिया हैं. जानकारी के मुताबिक चाकुलिया वन क्षेत्र में करीब 2100 हेक्टेयर वन भूमि पर काजू के वन हैं.
आंधी और ओलावृष्टि से काजू के फसल को भारी नुकसान पहुंचा है. आंधी और ओलावृष्टि से काजू के फूल और कच्चे फल झड़ गये हैं. वृक्षों में फलों की संख्या काफी कम है. इसी तरह महुआ और आम की फसल को भी भारी नुकसान पहुंचा है. गुड़ाबांदा प्रखंड क्षेत्र में चिरौंजी को भी भारी नुकसान पहुंचा है.
विदित हो कि इस इलाके में चिरौंजी के वृक्षों की संख्या अधिक है. इस मौसम में गरीब चिरौंजी का बीच संग्रह कर आमदनी प्राप्त करते हैं. आंधी और ओलावृष्टि से चिरौंजी की फसल को भी भारी नुकसान पहुंचा है.