Lucknow News: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2022 में भाजपा को जीत मिली है. मगर इस बार के परिणाम में साल 2017 में हुए चुनाव के मुकाबले कमी आई है. इसके लिए मंथन-चिंतन का दौर चालू है. हर कारण की विवेचना की जा रही है. चुनाव के नतीजों की समीक्षा की जा रही है. इसमें भितरघातियों का भी बड़ा रोल है. अब भाजपा नेतृत्व ने तय किया है कि ऐसे लोगों की सूची तैयार की जाएगी.
बता दें कि विधानसभा चुनाव के दौरान प्रदेश संगठन को कई नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा भितरघात और गड़बड़ी करने की शिकायत मिली थी. भाजपा का झंडा हाथ में लेकर दूसरे दल के नेताओं की मदद करने वालों की भी सूची लंबी है. इनमें कई जनप्रतिनिधि, टिकट के दावेदार और बूथ से लेकर जिला, क्षेत्र और प्रदेश स्तर तक के कई चेहरे शामिल हैं. चुनाव के दौरान भी उन्हें संगठन की ओर से चेताया गया था. अब जब चुनाव सम्पन्न हो चुका है. भाजपा ने सरकार बनाने की कवायद शुरू कर दी है तब चुनावी नतीजों की समीक्षा की जा रही है. इसके लिए बाकायदे ऐसे भितरघातियों की सूची बनाई जा रही है जो पार्टी में रहकर भी दूसरों का साथ दे रहे थे.
रविवार को पार्टी पदाधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक का आयोजन किया गया था. इसमें प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने कहा, ‘किसी भी सूरत में अच्छे और गड़बड़ी करने वालों को एक नजर से नहीं देखा जा सकता. उनमें फर्क करना ही होगा.’ पार्टी लाभ का पद पाने वालों की चुनावी भूमिका की भी जांच करेगी. इनमें विभिन्न निगमों, आयोगों, बोर्डों में समायोजित किए गए चेहरे शामिल हैं. यह देखा जा रहा है कि उनके खुद के बूथ पर क्या स्थिति रही. दरअसल, यह सारी कोशिश साल 2024 में होने वाले संसदीय चुनावों को लेकर हो रही है. ऐसे इन भितरघातियों के जैसे को तैसा की तर्ज पर कार्रवाई करने की योजना बनाई जा रही है.